मैंने खाना बना दिया है, खा लेना’… और फिर हमेशा के लिए चली गई अन्विता.. सुसाइड केस मे पति- ससुर अरेस्ट

UP मे गाजियाबाद के इंदिरापुरम में केंद्रीय विद्यालय (KVS) दल्लूपुरा, दिल्ली में कार्यरत शिक्षिका अन्विता शर्मा (30)  सुसाइड केस मे मृतका के पिता की शिकायत पर पुलिस ने उसके पति मैक्स हॉस्पिटल मे तैनात डॉक्टर गौरव कौशिक और ससुर सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।

पति-ससुर सलाखों के पीछे, सास अब भी फरार!

अन्विता के परिवार द्वारा दायर शिकायत के आधार पर पुलिस ने उनके पति गौरव कौशिक और ससुर सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उनकी सास मंजू अब भी फरार है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 85 (पति या ससुराल पक्ष द्वारा क्रूरता), 80 (2) (दहेज मृत्यु के लिए दंड), 115 (2) (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 352 (अपमानित कर उकसाने का प्रयास) और दहेज निषेध अधिनियम, 1961 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

2 दिन पहले केंद्रीय विद्यालय की शिक्षिका अन्विता शर्मा वसुंधरा गाजियाबाद स्थित अपने घर में मृत पाई गईं थी। अपने परिवार को भेजे गए अंतिम व्हाट्सएप संदेश में उन्होंने बताया कि कैसे उनके पति और ससुराल वाले उनका भावनात्मक शोषण करते थे। उन्होंने लिखा, ‘उन्होंने मेरी नौकरी से शादी की, मुझसे नहीं’…  उन्होंने बताया कि कैसे उनके ससुराल वाले  ‘घरेलू नौकरानी’ चाहते थे और कैसे उनके पति “मेरे हर काम में कमियाँ निकालते थे।”
अपनी जान देने से पहले उन्होंने पति गौरव कौशिक के लिए एक संदेश छोड़ा: “मैंने खाना बनाया है, गौरव कौशिक, कृपया इसे खा लें।”

उन्होंने अपने माता-पिता से अपने चार साल के बेटे की परवरिश करने के लिए कहा, उन्होंने लिखा, “मैं नहीं चाहती कि वह अपने पिता जैसा बने।”
पीड़ित परिवार का आरोप था कि गौरव, सुरेंद्र और मंजू ने अन्विता को बुरी तरह प्रताड़ित किया। इस उत्पीड़न से आहत होकर अन्विता ने एक सुसाइड नोट लिखा और फांसी लगा ली। दोपहर करीब 1:30 बजे उसे गंभीर हालत में वसुंधरा के Le-Crest अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अन्विता की मौत ने उसके तीन वर्षीय बेटे को अनाथ कर दिया है।

26 लाख का दहेज, कार भी दी, फिर भी नहीं मिटा लालच!

अन्विता के पिता अनिल शर्मा ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में बताया कि उन्होंने शादी में 26 लाख रुपये खर्च किए थे। साथ ही, घर के लिए सभी जरूरी सामान, सोने-चांदी के गहने भी दिए थे। शादी के समय गौरव कौशिक और उसके परिवार ने कार की मांग भी की थी, जिसे पूरा करने के लिए शर्मा परिवार ने एक नीली डिजायर खरीदी।

लेकिन शादी के तुरंत बाद, गौरव, उसके पिता और मां ने अन्विता को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। वे उसकी पूरी सैलरी, चेकबुक और एटीएम कार्ड अपने पास रखते थे और जब भी वह उन्हें वापस मांगती, तो उसके साथ मारपीट और गाली-गलौज की जाती। 16 मार्च को उन्होंने अन्विता को इस कदर प्रताड़ित किया कि उसने अपनी जान देने का फैसला कर लिया।