डेढ़ घंटे अटकी रही 13 साल के बच्चे की सांसे…DECODE | विमान के पहिए में छिपकर काबुल से दिल्ली पहुंचा 13 साल का बच्चा90 मिनट की उड़ान में अफ़ग़ानी बच्चे ने मौत को मात दे दी

Delhi-अफगानिस्तान से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक 13 साल का लड़का काबुल से दिल्ली आने वाली एक फ्लाइट के व्हील वेल (विमान के पिछले पहिए की जगह) में छिपकर भारत पहुंच गया। हैरानी की बात यह है कि वह इस बेहद खतरनाक यात्रा में जिंदा बच गया, जबकि आमतौर पर ऐसी कोशिशें जानलेवा साबित होती हैं।

फ्लाइट से जुड़ी जानकारी

यह घटना रविवार को KAM Air की फ्लाइट RQ4401 में हुई। यह फ्लाइट सुबह 8:46 बजे काबुल से रवाना हुई और करीब 10:20 बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची। यह विमान एयरबस A340 था।

जब फ्लाइट दिल्ली पहुंचने के बाद टैक्सीवे पर खड़ी थी, तभी वहां मौजूद ग्राउंड स्टाफ की नजर विमान के पास घूम रहे एक लड़के पर पड़ी। तुरंत इसकी जानकारी CISF को दी गई। सुरक्षाकर्मियों ने लड़के को पकड़कर एयरपोर्ट पुलिस को सौंप दिया।

ईरान जाना चाहता था, गलती से भारत पहुंच गया

प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि यह लड़का अफगान नागरिक है और ईरान जाना चाहता था, लेकिन गलती से भारत आने वाली फ्लाइट में चढ़ गया। उसने बताया कि वह एयरपोर्ट पर यात्रियों के पीछे-पीछे अंदर घुसा और फिर विमान के व्हील वेल में छिप गया।

बेहद खतरनाक होती है इस तरह की यात्रा

एविएशन विशेषज्ञों के मुताबिक, व्हील वेल में यात्रा करना जानलेवा हो सकता है। उड़ान भरने के बाद विमान 30,000 फीट या उससे ज्यादा ऊंचाई पर पहुंचता है, जहां ऑक्सीजन की भारी कमी होती है और तापमान -40°C से -60°C तक चला जाता है। ऐसे में हाइपोक्सिया (ऑक्सीजन की कमी) और हाइपोथर्मिया (शरीर का तापमान गिरना) से मौत हो सकती है।

कैसे बचा यह लड़का?

विशेषज्ञों का मानना है कि जब विमान उड़ान भरता है, तो पहिए विमान के भीतर खिंच जाते हैं और वहां मौजूद एक बंद स्थान बन जाता है। संभव है कि यह लड़का वहीं पर छिपा रहा, जहां दबाव और तापमान कुछ हद तक सामान्य रहे होंगे। इसी वजह से वह इस जोखिम भरी यात्रा में जिंदा बच गया।

गौरतलब है कि आंकड़ों के अनुसार, इस तरह यात्रा करने वालों में से हर 5 में से केवल 1 व्यक्ति ही जिंदा बच पाता है।

भारत में ऐसी दूसरी घटना

यह भारत में इस तरह की दूसरी घटना मानी जा रही है। इससे पहले 1996 में दिल्ली से लंदन जाने वाली फ्लाइट में प्रदीप और विजय सैनी नाम के दो भाइयों ने इसी तरह यात्रा की थी। उस हादसे में प्रदीप की मौत हो गई थी, जबकि विजय जिंदा बचा था।

फिलहाल जांच जारी

फिलहाल, दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की जांच में जुटी हैं कि लड़का काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था को कैसे चकमा देकर विमान तक पहुंच गया। मामले को लेकर भारत में सुरक्षा सतर्कता और भी बढ़ा दी गई है।