ज्ञानेश कुमार 19 फरवरी 2025 से भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे..ज्ञानेश कुमार होंगे नए मुख्य चुनाव आयुक्त

Toran Kumar reporter

कानून मंत्रालय ने सोमवार देर रात एक गजट नोटिफिकेशन जारी करके बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को देश का अगला मुख्य चुनाव आयुक्त और हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है. ज्ञानेश कुमार नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले सीईसी बन गए हैं. वह राजीव कुमार की जगह लेंगे, जो 18 फरवरी को सेवानिवृत्त हो गए. प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति की बैठक के कुछ घंटों बाद यह नियुक्ति की गई. 

सीईसी का चयन करने वाले तीन सदस्यीय पैनल में पीएम मोदी के अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल थे. राहुल गांधी ने सरकार से सीईसी की नियुक्ति को तब तक स्थगित करने के लिए कहा जब तक कि सुप्रीम कोर्ट नई नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर फैसला नहीं कर लेता. ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी, 2029 तक चलेगा. इसकी पूरी उम्मीद है कि अगले लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करने के बाद ही वह रिटायर होंगे.

1988 बैच के IAS हैं ज्ञानेश कुमार 

1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अफसर ज्ञानेश कुमार का जन्म 27, जनवरी 1964 को उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था. उन्होंने वाराणसी के क्वींस कॉलेज और लखनऊ के काल्विन तालुकेदार कॉलेज से अपनी शुरुआती पढ़ाई की. इसके बाद आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक, आईसीएफएआई से बिजनेस फाइनेंस में पोस्ट ग्रेजुएशन और और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से एनवायरमेंटल इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. वह केरल में एर्नाकुलम के असिस्टेंट कलेक्टर, अडूर के डिप्टी-कलेक्टर, केरल राज्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति विकास निगम के प्रबंध निदेशक, कोचीन नगर निगम के म्युनिसिपल कमिश्नर रहे. साथ ही अन्स कई पदों पर अपनी सेवाएं दी. 

केरल सरकार के सेक्रेटरी के रूप में, ज्ञानेश कुमार ने फाइनेंस रिसोर्सेज, फास्ट-ट्रैक प्रोजेक्ट्स और पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट जैसे विभिन्न विभागों को संभाला. भारत सरकार में उनके पास रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव, संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव और सहकारिता मंत्रालय में सचिव के रूप में काम करने का अनुभव है. वह 31 जनवरी, 2024 को भारत सरकार के सहकारिता सचिव के रूप में सेवानिवृत्त हुए और 14 मार्च, 2024 को भारत निर्वाचन आयोग में उनकी बतौर चुनाव आयुक्त नियुक्ति हुई.

वह राम मंदिर निर्माण कमेटी में रहे

ज्ञानेश कुमार भारत के 26वें सीईसी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव और 2026 में केरल और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे. इसी तरह, वह तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे, जो 2026 में होने वाले हैं. ज्ञानेश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद निर्णयों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह अयोध्या राम मंदिर निर्माण कमेटी के सदस्य भी रहे, जिसके चेयरमैन पूर्व आईएएस नृपेंद्र मिश्रा हैं. उन्हें केंद्र सरकार ने श्रीराम मंदिर तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट में अपने प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया था. वह राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित भगवान श्रीराम की बाल स्वरूप वाली मूर्ति के चयन के निर्णायक मंडल में भी रहे.

1989 बैच के IAS हैं विवेक जोशी

ज्ञानेश कुमार के मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के बाद, उनकी जगह विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त बनाया गया. वह 1989 बैच के हरियाणा-कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. चुनाव आयोग में जोशी (58) का कार्यकाल 2031 तक है. कानून के अनुसार, मुख्य चुनाव आयुक्त या चुनाव आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग में 65 वर्ष की आयु या 6 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने तक (जो भी पहले हो) अपनी सेवाएं दे सकता है. हरियाणा के पूर्व मुख्य सचिव विवेक जोशी जनवरी 2019 से ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे. 

विवेक जोशी ने ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट जिनेवा (स्विट्जरलैंड) से इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में पीएचडी की डिग्री हासिल की. उन्होंने प्रोफेसर रिचर्ड बाल्डविन के मार्गदर्शन में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की. वह रुड़की विश्वविद्यालय (अब, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की) के पूर्व छात्र हैं, जहां उन्होंने 1987 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीई किया था. जोशी हरियाणा के मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत थे और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर 1 नवंबर, 2022 को केंद्रीय वित्त मंत्रालय में सेक्रेटरी नियुक्त हुए.