गुजरात: दलित युवक की पिटाई में घिरी विभूति पटेल ने किया सरेंडर

अहमदाबाद: गुजरात के मोरबी में वेतन मांगने पर दलित युवक से बर्बरता में फंसी बिजनेस वूमेन विभूति पटेल उर्फ रानीबा ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। विभूति पटेल ने अपने भाई ओम पटेल का एक अन्य के साथ पुलिस के आत्मसमर्पण किया। पुलिस ने एक दिन पहले इस मामले में एक अन्य आरोपी को पकड़ा था। विशेष कोर्ट से अग्रिम जमानम की अर्जी रद्द होने के बाद विभूति पटेल की मुश्किलें बढ़ गई थीं। रानीबा इंडस्ट्रीज की मालकिन और युवा उद्यमी विभूति पटेल पर दलित युवक की पिटाई का आराेप है। विभूति पटेल और चार अन्य पर आरोप है कि उन्होंने न सिर्फ वेतन मांगने पर पीटा बल्कि इस दौरान दलित युवक को मुंह चप्पल और जूता डालने को भी विवश किया।

22 नवंबर को बेहरमी से पीटा था
विभूति पटेल ने टाइल्स को कारोबार में सक्रिय हैं। वे सोशल मीडिया पर खुद को मोरबी की लेडी डॉन के तौर पर पेश करती आई हैं। इस विवाद के सामने के बाद उनका तलवार से एक साथ कई केक काटने का वीडियो भी सामने आया था। 22 नवंबर को दलित युवक की बेहरमी से पिटाई के मामले में मोरबी शहर पुलिस ने गंभीर धाराओं के साथ एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया था और शिकायतकर्ता पीड़ित युवक नीलेश दलसानिया को इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया था। इसके बाद विभूति पटेल और उसके सहयोगी फरार थे, लेकिन जब कोर्ट से राहत नहीं मिली तो फिर सरेंडर करना पड़ा।

कल कोर्ट में पेश करेगी पुलिस
मोरबी सिटी पुलिस के डिप्टी एसपी पी ए झाला ने बताया कि एक आरोपी को पहले अरेस्ट किया गया था। अब विभूति पटेल समेत तीन और आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। 28 नंवबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहां पर कोर्ट से पांच दिन की रिमांड मांगी जाएगी। झाला ने कहा इस घटना में लिप्त अन्य आरोपियों की भी जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक विभूति पटेल और ओम हितेंद्रभाई सीतापारा और राज अजयभाई पदासना और डीबी रबारी को हिरासत में लिया गया है। इसमें डीबी रबारी को जेल भेजा जा चुका है।

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