Toran Kumar reporter

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी फारूक अहमद के घर को ब्लास्ट कर उड़ा दिया. फारूक फिलहाल पाकिस्तान में छिपा हुआ है और वहीं से आतंकी गतिविधियों को संचालित कर रहा है. यह पहलगाम हमले के बाद की गई छठी बड़ी कार्रवाई है.
फारूक के अलावा जिन आतंकियों के घरों को सुरक्षाबलों ने जमींदोज किया है, उनमें अनंतनाग जिले के थोकरपोरा का आदिल अहमद थोकर, पुलवामा के मुर्रन का अहसान उल हक शेख, त्राल का आसिफ अहमद शेख, शोपियां के चोटीपोरा का शाहिद अहमद कुट्टे और कुलगाम के माटलहामा के जाहिद अहमद गनी का घर शामिल है. अबतक पहलगाम हमले के बाद छह आतंकियों के ठिकाने जमींदोज किए गए हैं।
पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आया आतंकी थोकर
अधिकारियों के अनुसार आदिल थोकर पर संदेह है कि उसने बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले को अंजाम देने में पाकिस्तानी आतंकियों की मदद की थी. बताया जा रहा है कि थोकर 2018 में पंजाब के अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान में घुसा था, जहां उसने आतंकी कैंपों में प्रशिक्षण लिया था. बाद में वह पिछले वर्ष जम्मू-कश्मीर में वापस घुसपैठ कर आया था.
पुलिस ने घोषित किया 20 लाख का इनाम
अनंतनाग पुलिस ने थोकर और हालिया आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार दो पाकिस्तानी नागरिकों अली भाई और हाशिम मूसा को पकड़ने में मदद करने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. इनाम के साथ-साथ, पुलिस ने संदिग्धों के स्केच भी जारी किए हैं. सुरक्षाबलों ने अपनी तलाश तेज कर दी है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक्शन
सुरक्षाबलों का ये एक्शन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया है. आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी. बताया जा रहा है कि आतंकवादी बैसरन घाटी के घास के मैदान में आए थे, जिसे मैगी पॉइंट या मिनी स्विटजरलैंड के नाम से जाना जाता है. वे बॉडी कैमरा और एके-47 राइफलों से लैस थे. आतंकवादियों ने पर्यटकों से नाम पूछे और हिंदुओं को निशाना बनाया. हमले वाली जगह से बरामद किए गए कारतूसों में बख्तरबंद भेदी गोलियां भी मिली हैं, जिन्हें स्टील बुलेट भी कहा जाता है. फारूक अहमद के घर को तबाह करना सुरक्षाबलों की उस सख्त नीति का हिस्सा है, जिसके तहत आतंकियों और उनके समर्थकों की संपत्तियों को निशाना बनाया जा रहा है