क्या खून चूसने वाले वैम्पायर सच में होते थे? शोधकर्ताओं को मिली ‘पिशाच’ की कब्र, गले में फंसी है दरांती

भूत-पिशाच की कहानियां आपने कई सुनी होंगी. भूत-पिशाच की कहानियों के कारण भारतीयों को अक्सर पिछड़ा हुआ माना जाता है, लेकिन बॉलीवुड ही नहीं हॉलीवुड में भी पिशाच यानी वैम्पायर की कई फिल्में बनीं और सुपरहिट भी रहीं. ऐसी फिल्में लोगों को खूब पसंद आई हैं. लेकिन यहां हम बात किसी फिल्म की नहीं, बल्कि एक सच्चाई की कर रहे हैं. खून पीने वाले पिशाचों (Blood Sucking Vampire) से जुड़ी फिल्में भले ही सुपरहिट हुई हों, लेकिन उनके अस्तित्व को लेकर कभी कोई पुख्ता सबूत सामने नहीं आए. इसलिए स्पष्ट तौर पर यह नहीं कहा जा सकता कि वैम्पायर होते थे या हैं, इसके साथ ही यह भी नहीं कहा जा सकता कि वैम्पायर नहीं होते थे या होते हैं. पोलैंड में शोधकर्ताओं को 17वीं सदी का एक अवशेष मिला है. मीडिया रिपोर्टों में इस अवशेष या कंकाल को पिशाच का अवशेष बताया जा रहा है. इस शोध से जुड़ी कई चौंका देने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.

क्या महिला पिशाच का है यह कंकाल?

शोधकर्ताओं के अनुसार यह कंकाल 17वीं सदी का है. जिसे कथित तौर पर ‘महिला पिशाच’ (Woman Vampire) माना जा रहा है. पोलैंड के निकोलस कॉपरनिकस विश्वविद्यालय के एक शोध में इस खोज का दावा किया गया है. शोधकर्ताओं के हाथ जो कंकाल लगा है, उससे कभी यहां वैम्पायर होने की बातों को बल मिल रहा है. जिसने भी इस कंकाल को देखा है, उनमें से ज्यादातर लोग इसे किसी महिला पिशाच का कंकाल मान रहे हैं.

कंकाल के गले में फंसी है दरांती

कंकाल किसी महिला पिशाच का है इस बात को बल देने के लिए यहां पर्याप्त सुबूत हैं, लेकिन इन कथित सुबूतों के दम पर .न्यूज़ एजेंसी। पिशाच होने या न होने का दावा नहीं करता है. हम यहां आपको वही जानकारी दे रहे हैं जो शोधकर्ताओं की ओर से सामने आई है या मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है. कंकाल के एक पैर की उंगली में हथकड़ी बंधी थी और गले में एक दरांती (Sickle) लपेटी गई थी.

बता दें कि इस तरह की सावधानियां तभी बरती जाती थीं, जब उन्हें इस तरह से दफनाने वालों लोगों को डर होता था कि मृतक फिर से उठ खड़ा हो सकता है. यहां मान्यता यह भी है कि पिशाच को दफनाते समय उसकी गर्दन पर दरांती रख दी जाती थी. इससे यह सुनिश्चित किया जाता था कि जब भी वह उठे तो दरांती से उसकी गर्दन कट जाए. मान्यता यह भी है कि उंगली में ताला बांधने से पिशाच कभी वापस नहीं आते.

मकबरे के नीचे से मिला कंकाल

पिशाच की थ्योरी को आज के तर्कवादी युग में सच मानने वाले कम ही लोग हैं. द फर्स्ट न्यूज के मुताबिक 17वीं शताब्दी में लोगों ने महिला के सामने वाले दातों की वजह से उसे खून चूसने वाली महिला वैम्पायर समझ लिया होगा. इसी वजह से उसे मारकर उस समय के प्रचलित तौर-तरीकों के अनुसार दफना दिया होगा. बता दें कि यह अजीब तरह का कंकाल 17वीं सदी के एक कब्रिस्तान में एक मकबरे के नीचे से मिला है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें

इस कथित वैम्पायर कंकाल की तस्वीरें ट्विटर पर शेयर की गई हैं. जब से यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर आई हैं, तभी से तमाम नेटिजन्स इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. लोग फिल्मों से इंस्पायर होकर तम्म तरह के कमेंट लिख रहे हैं.

Leave a Reply