सरकारी अस्पताल पर कार्रवाई की मांग, बेतिया में सीढ़ियों पर घसीटी गई डेड बॉडी..वीडियो वायरल!

अगस्त सोमवार की रात से सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था और स्वास्थ्य कर्मियों की मानसिकता पर कई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. यह वीडियो पश्चिम चम्पारण जिले के मुख्यालय बेतिया में स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में बनाया गया है. इस अस्पताल के पोस्टमार्टम वार्ड की सीढ़ियों से एक नग्न डेड बॉडी को घसीट कर पोस्टमार्टम रूम की तरफ ले जाया जा रहा है. वार्ड में मौजूद दर्जनों लोगों ने इस पूरी घटना को अपने फोन में कैद कर सोशल मीडिया पर डाल दिया. इसे देखने के बाद लोग गुस्से से लाल हो रहे हैं और अस्पताल प्रशासन पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

अस्पताल प्रशासन की तरफ से इस पर किसी भी प्रकार की खास जानकारी साझा नहीं की गई. बहरहाल, किसी तरह से टीम ने मृत व्यक्ति के परिजनों का पता लगाया और उनसे बातचीत की. बताते चलें कि मृत व्यक्ति की पहचान बेतिया के बंगाली कॉलोनी (किराए का मकान) निवासी 65 वर्षीय कैलाश प्रसाद के रूप में हुई है. कैलाश के बेटे संतोष कुमार बताते हैं कि पिता जी मानसिक रूप से विक्षिप्त थे, जो बीते शुक्रवार को ही बिना बताए घर से बाहर निकल गए थे. दिन भर ढूंढने के बाद उन्होंने पुलिस में पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई. सोमवार को थाने से फोन आया कि एक डेड बॉडी मिली है जिसे GMCH में भेजा गया है. आप अस्पताल आकर उसकी पहचान कर लें.

अपनी बहनों के साथ संतोष जब अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने देखा कि डेड बॉडी उनके पिता की ही थी जो पानी में डूबने की वजह से पूरी तरह से फूल गई थी और शरीर से एक हांथ भी गायब था. पेशे से मजदूर और कम पढ़े लिखे होने की वजह से संतोष बिना कोई सवाल किए बॉडी को घर लाए और उसका अंतिम संस्कार किया. गौर करने वाली बात यह है कि उस वक्त तक संतोष या उनके परिवार वालों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनके मृत पिता के शरीर को पोस्ट मार्टम वार्ड की सीढ़ियों से घसीटकर ले जाया जा रहा था और उनके शरीर पर कपड़ा भी नहीं था.

डेड बॉडी को सीढ़ियों से घसीटते हुए वीडियो वायरल 
देर रात वीडियो वायरल होने पर संतोष के परिचितों ने उन्हें इस बात की जानकारी दी और वीडियो साझा किया. वीडियो को देख संतोष का पूरा परिवार बुरी तरह से आहत हुआ है. उनका कहना है कि यह कार्य मानवता के खिलाफ है. संबंधित अधिकारियों को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अगली बार ऐसी कोई घटना किसी और के साथ न हो. बकौल संतोष, उनके पिता कैलाश प्रसाद रामनगर अंचल से प्यून के पद से रिटायर्ड हुए थे. वे शुक्रवार से लापता थे, जिसे पुलिस ने सोमवार को नौतन रोड स्थित श्रीराम नगर के पास एक गड्ढे से मृत अवस्था में बरामद किया.