पश्चिमी दिल्ली के मुंडका में शुक्रवार की रात भीषण अग्निकांड में 27 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई, जबकि कई लोगों के अबतक लापता होने की खबर मिल रही है. घटना में अबतक 12 अन्य लोग बुरी तरह झुलस गए हैं, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. घटना मुंडका के पिलर नंबर 545 के पास के एक इमारत में, जिसे इलेक्ट्रिक सामानों का गोदाम कहा जा रहा है, उसमें घटित हुई है. इस घटना ने उपहार सिनेमा में लगी आग की घटना की याद दिला दी. इस दर्दनाक मे कई और लोगों के भी मारे जाने की आशंका है. एनडीआरएफ अपना रेस्क्यू अभियान चला रही है, जिसमें कई मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज सुबह मुंडका आग घटना स्थल का दौरा करेंगे. घटनास्थल से अब तक 27 शव बरामद किए जा चुके हैं; कई अभी भी लापता हैं.
बढ़ सकती है मौतों की संख्या, मिल रहे बॉडीपार्ट्स
NDRF की टीम ने दावा किया है कि अबतक के सर्च ऑपरेशन में बॉडी पार्ट्स मिले हैं, टीम ने कहा कि अब तक 19 लोग लापता हैं. अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अबतक उन्होंने 27 शव बरामद किए हैं, जबकि तलाशी और बचाव अभियान जारी है. विभाग ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि इमारत के अंदर कई लोगों के अभी भी फंसे होने क आशंका है. मिली जानकारी के मुताबिक, 12 से अधिक लोग आग में झुलस गए हैं और उनका इलाज संजय गांधी अस्पताल में चल रहा है.
दो लोग गिरफ्तार, इमारत मालिक की तलाश जारी
दिल्ली बाहरी जिला के डीसीपी समीर शर्मा ने बताया, मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. दिल्ली पुलिस ने कंपनी के मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में लिया है. इमारत के मालिक की पहचान मनीष लकड़ा के रूप में हुई है और वह फिलहाल फरार है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा:
Delhi | 27 people have died & 12 are injured. We'll take help of the forensic team to identify the bodies. FIR has been registered. We've detained company owners. There are chances that more bodies may be recovered as rescue op is yet to be completed: S Sharma,DCP, Outer district pic.twitter.com/G3PwUa74zl
— ANI (@ANI) May 13, 2022
हादसे में घायल लोगों की सूची…
इमारत में एक ही सीढ़ी थी, लोग भाग नहीं सके
अग्निशमन विभाग के मंडल अधिकारी,सतपाल भारद्वाज ने बताया, हमने 27 शव बरामद किए हैं और 12 घायलों को बचाया है. एक ही सीढ़ी थी और इस वजह से लोग बाहर नहीं जा सकते थे. मुझे लगता है कि इमारत के पास अग्निशमन विभाग की तरफ से उचित एनओसी नहीं थी.
इस वजह से आग ने धरा भीषण रूप
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि, जिसमें यह घटना हुई वह एक चार मंजिला इमारत है.आग इमारत की पहली मंजिल में लगी, जहां एक सीसीटीवी कैमरे और राउटर नर्मिाण कंपनी का कार्यालय है. इमारत में एक गोदाम भी है जिसमें परफ्यूम और देसी घी होने की वजह से आग ने भीषण रूप ले लिया और इसने पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया.उन्होंने कहा, हादसे के वक्त इमारत में करीब 200 लोग थे जिसमें एक कमरे में 50-60 लोगों की मीटिंग भी हो रही थी तभी आग में इन्हें अपनी चपेट में ले लिया.खिड़कियों के शीशे को तोड़कर लोगों को बाहर निकालने का काम किया गया.