Cyclone Biparjoy 150 KM की रफ्तार से गुजरात तट की ओर बढ़ रहा, कच्छ-सौराष्ट्र के लिए ऑरेंज अलर्ट; जानें ताजा अपडेट

Sonu Thakur reporter..14.6.2023/✍️

चक्रवात बिपरजॉय कच्छ जिले में गुजरात तट की ओर बढ़ चला है.इसकी वजह से मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. देर रात दी गई सूचना के अनुसार, चक्रवात देवभूमि द्वारका के लगभग 300 दूरी पर था. यह 15 जून की शाम तक जखाऊ पोर्ट (गुजरात) को पार कर जाएगा. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने बताया कि द्वारका जिले में 400 से अधिक आश्रय गृहों की पहचान की गई है और लोगों को आश्रय गृहों में भेजा जा रहा है.

मिली जानकारी के अनुसार, कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के तटीय जिलों के अधिकारियों ने तट के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. तट से 10 किमी के दायरे में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी है. गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले सैकड़ों हजारों लोगों के लिए उभरता हुआ चक्रवात बिपरजॉय एक चुनौती है. चक्रवात तेज हवाओं और भारी बारिश के साथ है, 15 जून को जखाऊ बंदरगाह के पास भूस्खलन की आशंका है.

चक्रवात का प्रभाव पहले से ही दिखना शुरू हो गया है. तेज हवाओं के कारण पेड़ उखड़ गए है, जिससे चलते जनहानि हुई है. दुख की बात है कि भुज कस्बे में एक दीवार गिरने से दो चचेरे भाइयों, एक चार साल का लड़का और छह साल की एक लड़की की मौत हो गई. इसके अतिरिक्त, राजकोट के जसदान तालुका में अपने पति के साथ स्कूटर पर पिछली सीट पर बैठी एक महिला पर पेड़ गिर जाने के कारण उसकी मौत हो गई. कच्छ और द्वारका जिलों से 12,000 से अधिक लोगों को निकालने के प्रयास चल रहे हैं, यहां पर तूफान का असर दिखने की संभावना है. सरकार का लक्ष्य तट से 10 किलोमीटर के इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के एक ‘‘बेहद गंभीर चक्रवात’’ के रूप में 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र तथा कच्छ के तटों को पार करने की संभावना है. इस दौरान 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक हवाएं चलने के आसार हैं. आईएमडी के अनुसार, पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में भारी से अधिक भारी बारिश होने के आसार हैं. इन जिलों में 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. महापात्र ने कहा, ‘‘ सौराष्ट्र, कच्छ के निचले तटवर्ती इलाकों में तीन से छह मीटर ऊंची लहरें आ सकती हैं.

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