सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम एक नागरिक के रूप में यह कैसे तय करते है कि कानून न्याय का साधन बन जाए और कानून उत्पीड़न का साधन न बने।
सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम एक नागरिक के रूप में यह कैसे तय करते है कि कानून न्याय का साधन बन जाए और कानून उत्पीड़न का साधन न बने।