रायपुर: श्री गुरू गोविंद सिंह के पुत्रों साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी के शहादत दिवस को पूरे देश में वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया जा रहा है। नई दिल्ली में भारत मंडपम में वीर बाल दिवस कार्यक्रम में पीएम मोदी भी शामिल हुए और वहां एक सभा को संबोधित किया। वहीं, वीर बाल दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार अपने अदम्य साहस का परिचय देने वाले बेटा-बेटियों को सम्मानित करने जा रहे हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने अपने अधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज “वीर बाल दिवस” के अवसर पर प्रदेश के 4 बच्चों को उनकी वीरता और साहस के लिए सम्मानित करेंगे। सीएम साय कोरबा के 16 वर्षीय अमनज्योति जाहीरे, धमतरी से 12 साल की बालिका कुमारी भामेश्वरी निर्मलकर और कुरूद कुमारी जाह्नवी राजपूत , खल्लारी,बागबाहरा की 12 वर्षीय कुमारी छाया विश्वकर्मा को छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित करेंगे। बताया गया कि साहसी बालक अमन ज्योति जाहिरे ने झरने में डूब रहे अपने मित्र की जान बचाई थी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज "वीर बाल दिवस" के अवसर पर प्रदेश के 4 बच्चों को उनकी वीरता और साहस के लिए सम्मानित करेंगे।
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) December 26, 2023
– श्री साय कोरबा के 16 वर्षीय अमनज्योति जाहीरे, धमतरी से 12 साल की बालिका कुमारी भामेश्वरी निर्मलकर और कुरूद कुमारी जाह्नवी राजपूत , खल्लारी,बागबाहरा की… pic.twitter.com/FrBW1bML6B
1. अमन को नहीं आता था तैरना कूदकर दोस्त की जान बचाई
अमन ज्योति जाहिरे कुछ मित्र छात्रों के साथ पिकनिक मनाने गए थे। एक छात्र का पैर फिसलने के कारण झरने के बीच में चला गया और बहने लगा। अमन को तैरना नही आता था लेकिन दोस्त की जान बचाने के लिए पानी में कूद गए। उन्होंने चट्टानों को पकड़कर दोस्त को पानी से निकाला और जान बचाई। अमन को दोस्त की जान बचाने के लिए साहिबजादा अजीत सिंग वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
2. बहन की जान बचाने के लिए कुत्ते से भिड़ी छाया
छाया विश्वकर्मा की बड़ी बहन आंगन की सफाई कर रही थी। इसी दौरान अचानक एक पागल कुत्ता घर में घुस गया और बड़ी बहन के पैर को पकड़कर काटने लगा। बहन के चीखने की आवाज़ सुनकर छाया दौड़ती हुई पहुंची और अपने जीवन की चिंता न करते हुए पत्थर और लकड़ी से कुत्ते से बहन के जीवन की रक्षा की। छाया को इसके लिए साहिबजादा जुझार सिंग वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
3.पानी में अचानक आई चिल्लाने की आवाज
भामेश्वरी निर्मलकर तालाब में कपड़े धोने और नहाने गई थी। अचानक इन्हें चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। इन्होंने देखा कि दो छोटी बालिकाएं गहरे पानी में डूब रही हैं। अपनी जान की चिंता किए बिना वह तुरंत पानी में कूद गई। भामेश्वरी काफी मशक्कत के बाद दोनों बालिकाओं को किनारे पर ले लाई और उनके जीवन की रक्षा की। इनका चयन साहिबजादा फतेह सिंग वीरता पुरस्कार के लिए किया गया है।
4. छोटे भाई को लगा करंट तो सूझबूझ से बचाई जान
जानवी राजपूत का छोटा भाई घर के छत पर खेल रहा था। इसी दौरान अचानक बिजली के तार की चपेट में आ गया। जानवी ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बांस की लकड़ी उठाई और जोर-जोर से बिजली की तार को मारने लगी। जानवी के प्रहार से बिलजी का तार टूट गया। तार के टूटते ही भाई दूर जाकर गिर गया। जानवी को साहिबजादा जोरावर सिंग वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।