छत्तरपुर:जिले में पुलिस व प्रशासन की टीम (Police and administration team in Chhatarpur) ने मृत महिला की कब्र खोदकर शव को बाहर निकाल कर अंतिम संस्कार कराया है. मां के देहांत के बाद पुजारी ने मंदिर परिसर में समाधि बनाई थी.जिस पर हिंदूवादी संगठनों ने पुजारी की हरकत पर नाराजगी जताते हुए कार्रवाई की मांग की थी और मामले में पुलिस ने एक्शन लिया है.
मोटे के महावीर मंदिर का है मामला
यह मामला शहर की आस्था के केंद्र मोटे के महावीर मंदिर का है.जहां पुजारी कमलेश गुप्ता ने अपनी मां की मृत्यु के बाद हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार दाह संस्कार करने के बजाय मंदिर परिसर में समाधि बनाई. जिस पर पुजारी कमलेश गुप्ता की इस हरकत पर हिंदूवादी संगठन भड़क गए और सड़क पर उतरते हुए नाराजगी जताते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग की.
24 घंटे के अंदर ही शव को बाहर निकाला गया
हिंदूवादी संगठनों की नाराजगी के बाद पुलिस और प्रशासन ने 24 घंटे के अंदर ही मंदिर परिसर से शव को बाहर निकाला और विधि विधान से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया कराई गई.
मामले को लेकर मंदिर के पुजारी का ये है कहना
उधर, इस पूरे मामले में मंदिर के पुजारी कमलेश गुप्ता का कहना है कि यहां पर शरीर महाराज की समाधि बनी हुई थी. जिसकी हमारी माताजी ने सेवा की और उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनकी जब भी मृत्यु हो तो उन्हें यहीं पर स्थान देना.इसलिए हमारे द्वारा उनकी समाधि बनाने का कार्य किया गया था, लेकिन यहां पर कुछ हिंदूवादी संगठनों को आपत्ति हुई.जिसके बाद मुझे प्रशासन द्वारा अल्टीमेटम दिया गया और आज प्रशासन ने यहां पर ये कार्रवाई की है.मेरी मां की अंतिम इच्छा थी उसको हम पूरा नहीं कर पाए.