रायपुर। CG Weather Update: प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होने से मौसम बदल रहा है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण प्रदेश के कई जिलों में शनिवार को दिनभर ही बादल छाए रहे। सरगुजा संभाग घने बादल छाए रहे जिससे धूम आती-जाती रही। 11 बजे तक सुबह घना कोहरा छाया रहा। जांजगीर में बूंदाबांदी हुई। रविवार को भी कुछ जिलों में बारिश के आसार बनते नजर आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के मौसम की बात करें तो आज भी उत्तरी छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. आज न्यूनतम पारे में और गिरावट होने की संभावना है, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है.
जशपुर के कांसाबेल इलाके में बारिश
जशपुर के कांसाबेल इलाके में 2 सेंटिमीटर तक बारिश हुई। छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को रायपुर, बिलासपुर दुर्ग में भी तापमान 5 से 7 डिग्री के बीच रहा। मौसम विभाग की माने तो फिलहाल कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज इसी तरह का रहेगा। इसके अलावा अंबिकापुर सहित आसपास इलाके में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
धिकतम तापमान 23.2 डिग्री पहुंचा
शाम को अंबिकापुर सहित आसपास के क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई। हल्की धूप निकलने से दिन का अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री पहुंच गया। दिन में ठंडी हवा चलने से लोग बेहाल हैं। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक उत्तरी छत्तीसगढ़ में बादल छाए रहने एवं हल्की वर्षा की संभावना जताई है।
बदलते मौमस से लोगों का बिगड़ रहा स्वास्थ्य
अचानक मौसम में हो रहे बदलाव व ठंड बढ़ने से लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। मौसम का प्रभाव खेती पर मिला जुला पड़ा है। सब्जीवर्गीय व तिलहन वर्ग की फसलों पर इसका खराब असर पड़ने की संभावना है जबकि गेहूं के लिए यह मौसम लाभप्रद माना जा रहा है।
सरगुजा के कई क्षेत्रों में हुई बारिश
इस सप्ताह की शुरूआत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ से सरगुजा के कई क्षेत्रों में वर्षा दर्ज की गई थी। शहर से लगे कतकालो व आसपास के गांवों में करीब पांच मिमी वर्षा दर्ज की गई। विक्षोभ के कमजोर पड़ने के बाद शुक्रवार को इलाके में घना कोहरा छाया रहा। इसके चलते सड़कों पर आवागमन प्रभावित रहा।
सरगुजा के कई इलाकों में गेहूं की फसल लगाई गई है। इस फसल के लिए सरगुजा का वर्तमान मौसम लाभदायक साबित हो रहा है। पिछले दिनों हुई हल्की वर्षा और सुबह-सुबह ओस गिरने से गेहूं की फसल लहलहा गई है।
कृषि विज्ञानियों के अनुसार गेहूं की फसल के लिए ज्यादा ठंड फायदेमंद मानी जाती है। लेकिन यही मौसम सब्जीवर्गीय एवं तिलहन की फसलों के लिए नुकसानदायक है। बादल छाए रहने एवं वर्षा से इन फसलों में कई तरह कीट व्याधि लगने की आशंका बढ़ जाती है।