गरियाबंद: देवभोग पुलिस और सायबर टीम ने मिलकर अंतर्राज्यीय वन्यजीव तस्करों के एक सक्रिय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। ओडिशा से छत्तीसगढ़ की सीमा में अवैध रूप से वन्यजीव लाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपियों से एक जीवित सालखपरी (पैंगोलिन), उसकी छाल (सेल), एक कार और एक मोटरसाइकिल जब्त की है।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर वन्यजीव तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान थाना देवभोग को सूचना मिली कि मारुति कार (OD 08 D 7638) और मोटरसाइकिल (CG 05 C 9151) से पैंगोलिन और उसका छाल ओडिशा से देवभोग की ओर बिक्री के लिए लाया जा रहा है।
खुटगांव अंतर्राज्यीय चेकपोस्ट पर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दोनों वाहनों को रोका। तलाशी में 9 किलो वज़न का जीवित पैंगोलिन कार से और 6.13 किलो छाल (सेल) मोटरसाइकिल से बरामद किया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने सुनाबेड़ा वन्य अभयारण्य (ओडिशा) से पैंगोलिन का शिकार किया और देवभोग क्षेत्र में बिक्री के इरादे से आ रहे थे। तीनों आरोपियों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है।
बरामद जीवित पैंगोलिन को वन विभाग को सौंपकर जंगल सफारी रायपुर में छोड़ा गया है।
गिरफ्तार आरोपी:
भवतोश पात्र पिता परमेश्वर पात्र, उम्र 55 वर्ष, निवासी ग्राम अरेबेटा, थाना कलमपुर, जिला कालाहांडी (ओडिशा)
गोरे बारिक पिता मोनो बारिक, उम्र 55 वर्ष, निवासी ग्राम रेगालपाली, थाना कलमपुर, जिला कालाहांडी (ओडिशा)
कौशल नागेश पिता खगेश्वर नागेश, उम्र 35 वर्ष, निवासी ग्राम ठिरलीगुड़ा, थाना देवभोग, जिला गरियाबंद (छ.ग.)
जप्त सामग्री:
• जीवित सालखपरी (पैंगोलिन) – 9 किलो
• सालखपरी की छाल (सेल) – 6.13 किलो
• मारुति कार – OD 08 D 7638
• मोटरसाइकिल – CG 05 C 9151

