Bikaner: बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में चिंकारा हिरण के शिकार का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, नर चिंकारा के शिकार की सूचना पर वन अधिकारी मौके पर पहुंचे. इसके बाद हिरण के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम किया गया. पशु प्रेमियों का आरोप है कि पशु चिकित्सकों की टीम ने एक्स-रे व सोनोग्रॉफी नहीं की. हिरण के शरीर से कोई गोली भी नहीं बरामद हुई है. लोगों का आरोप है कि पोस्टमार्टम में लापरवाही बरती गई और जबरन वन विभाग ने अंतिम संस्कार करवा दिया.
“खेत में घायल मिला नर चिंकारा”
जानकारी के अनुसार, चिंकारा हिरण के शिकार की यह घटना श्रीडूंगरगढ़ के सूडसर गांव में हुई है. यहां पर गोपालसर के खेत में एक नर चिंकारा घायल अवस्था मिला, जब तक लोगों की सूचना पर वन अधिकारी और डॉक्टर पहुंचते उससे पहले ही चिंकारा हिरण ने दम तोड़ दिया.
पोस्टमार्टम में लापरवाही का आरोप लगाते हुए पशु प्रेमियों ने विरोध जताया है. जीव रक्षा संस्था के लोगों ने हिरण की लैब जांच और दोबारा मेडिकल बोर्ड से जांच की मांग की है. वन्यजीव प्रेमियों की मांग है कि शिकारी को सख्त से सजा और मिले.
“27 जुलाई को भी चिंकारा हिरण का हुआ शिकार”
इससे पहले कानासर की रोही क्षेत्र में 27 जुलाई को चिंकारा हिरण का शिकार हुआ था, जिसके बाद वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया था. मुख्य आरोपी जसवंत बावरी को बदरासर से पकड़ा गया, जबकि उसके भतीजे मक्खन बावरी को मोटरसाइकिल और लमछड़ बंदूक के साथ गिरफ्तार किया गया है.