भारतीय सिनेमा की दुनिया में सबसे बड़े सम्मान ‘दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड 2023’ का ऐलान हो चुका है। इस बार यह सम्मानित अवॉर्ड जाने-माने एक्टर, प्रड्यूसर और डायरेक्टर मोहनलाल को दिया जा रहा है। सूचना मंत्रालय ने एक्स (Twitter) पर ये जानकारी शेयर की है।
ये फैसला दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड सिलेक्शन कमिटी की सिफारिश पर लिया गया है। मोहनलाल ने अपने चार दशकों से भी अधिक लंबे करियर में अपनी बेहतरीन अदाकारी, अनोखी प्रतिभा और अलग-अलग तरह की भूमिकाओं से न केवल मलयालम सिनेमा बल्कि पूरे भारतीय फिल्म जगत में सुनहरा अध्याय लिखा है।
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के मौके पर मिलेगा ये सम्मान
उनकी सिनेमाई जर्नी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा की तरह है। यह सम्मान मोहनलाल को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में 23 सितंबर 2025 को प्रदान किया जाएगा। बता दें कि पिछले साल दिग्गज एक्टर मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिला था।
2021 के लिए आशा पारेख को मिला था ये सम्मान
बता दें कि भारत सरकार द्वारा स्थापित यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा में आजीवन और उत्कृष्ट योगदान के लिए सर्वोच्च सम्मान के तौर पर दिया जाता है। यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा के संस्थापक दादा साहब फाल्के के सम्मान में शुरू किया गया था। यह पुरस्कार पहले 2021 के लिए आशा पारेख और 2022 के लिए मिथुन चक्रवर्ती को दिया गया था।
थिरनोट्टम में छोटी सी भूमिका से एक्टिंग
मोहनलाल एक भारतीय एक्टर,प्रड्यूसर, डिस्ट्रीब्यूटर, होस्ट और बैकग्राउंड सिंगर हैं, जिन्होंने ब्लॉकबस्टर और आर्ट-हाउस फिल्मों में काम किया है। मोहनलाल ने 18 साल की उम्र में फिल्म थिरनोट्टम (1978) में एक छोटी सी भूमिका में एक्टिंग करना शुरू किया। उन्होंने अपने करियर के दौरान मलयालम सिनेमा और तमिल , तेलुगु , हिंदी और कन्नड़ फिल्मों में 360 से अधिक फिल्मों में एक्टिंग किया है । उन्होंने 1980 में रोमांटिक थ्रिलर मंजिल विरिन्जा पूक्कल में एक विलन के रूप में अपनी सिनेमाई शुरुआत की थी।