रायपुर के अमीलडीह स्थित एक होटल में ड्रग्स सेवन का वायरल वीडियो शहर की छवि पर गंभीर सवाल खड़े करता है। खुलेआम नशा, अशोभनीय भाषा और उसे रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डालना यह दिखाता है कि कानून का डर और सामाजिक मर्यादा दोनों कमजोर पड़ रहे हैं।
पुलिस द्वारा युवक की गिरफ्तारी जरूरी कदम है, लेकिन यह केवल शुरुआत भर है। असली सवाल यह है कि रिहायशी इलाकों में संचालित होटलों की निगरानी कितनी प्रभावी है और ऐसी गतिविधियाँ वहां तक कैसे पहुंचती हैं।
यह मामला चेतावनी है कि अगर नशे के खिलाफ सख्ती के साथ जागरूकता नहीं बढ़ी, तो ऐसी घटनाएँ अपवाद नहीं, बल्कि आम होती चली जाएंगी।

