Toran Kumar reporter
राजधानी रायपुर के माना स्थित बाल सुधार गृह की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। सुधार गृह में की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर 7 नाबालिग आरोपी फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक रविवार सुबह 6 बजे ये सातों नाबालिग पीछे की खिड़की तोड़कर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि फरार सभी नाबालिग आरोपी हत्या या हत्या के प्रयास जैसे संगीन धाराओं के तहत सुधार गृह में बंद थे। सभी फरार नाबालिग आरोपी रायपुर के ही रहने वाले है और गंज, टिकरापारा और कोतवाली, समेत देवेन्द्र नगर थानो में हत्या या हत्या के प्रयास समेत कई संगीन धाराओं में मामले दर्ज थे। इन सातों आरोपियों के आसानी से फरार होने का सीसीटीवी देखने पर साफ दिखाई पड़ता है कि ये शातिर नाबालिग बडे ही बैखौफ होकर एक साथ आसानी से फरार हो गए।
बता दें कि शातिर नाबालिगों के फरार होने से एक दिन पहले ही इन्हीं लोगों के दो गुटों के बीच में सुधार गृह के अंदर ही जमकर मारपीट हुई थी। जिसमें बीचबचाव करने पहुंचे संप्रेक्षण गृह के केयरटेकर मोहन साहू को सभी नाबालिगों ने घेरकर जमकर पिटाई कर दी थी और गमछे से गला दबाकर हत्या की कोशिश भी की थी जिसके बाद पुलिसन ने FIR भी की थी। गौरतलब है कि माना स्थित इस बाल संप्रेक्षण गृह से नाबालिग आरोपियों के भागने का ये कोई पहला मामला नहीं है।
इससे पहले भी करीब 100 से ज्यादा नाबालिग संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा को धता बताकर फरार हो चुके हैं लेकिन संप्रेक्षण गृह का प्रबंधन है जो इससे सबक नहीं ले रहा है। फिलहाल प्रबंधन ने रविवार देर रात पुलिस में नाबालिग आरोपियों के फरार होने की लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। फिलहाल माना थाना पुलिस समेत सायबर सेल की टीमें तलाश में जुटी हुई है।