Toran Kumar reporter
महाराष्ट्र। देशभर में आज दशहरे का पावन पर्व मनाया जा रहा है। कहते है आज के दिन भगवान राम ने रावण का अंत किया था। तब से लेकर अब तक आज के दिन को बुराई पर अच्छाई के दिन के रुप में माना जाता है। विजयदशमी के दिन शस्त्र पूजा भी की जाती है। इसी अवसर पर महाराष्ट्र के नागपुर में आरएसएस विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गायक-संगीतकार शंकर महादेवन मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी कार्यक्रम में पहुंचे हैं।
#WATCH | Nagpur, Maharashtra: While addressing RSS Vijayadashmi Utsav, RSS Chief Mohan Bhagwat says, "…Every year, India's pride is increasing in the world… The G 20 summit held here (in India) was special. The hospitality of Indians was praised…People from different… pic.twitter.com/ivmFyV4gn6
— ANI (@ANI) October 24, 2023
RSS मुख्यालय पर RSS चीफ मोहन भागवत के साथ-साथ विजयादशमी उत्सव के चीफ गेस्ट शंकर महादेवन ने शस्त्र पूजा की। मोहन भागवत ने संघ के संस्थापक के भी हेडगेवार को श्रद्धांजलि दी। शंकर महादेवन ने रेशिमबाग मैदान में कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा- अखंड भारत के विचार और इसकी संस्कृति को बचाकर रखने में RSS से ज्यादा योगदान किसी का नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूजनीय सर संघचालक मोहन भागवत जी का वार्षिक उत्सव #विजयादशमी पर सम्बोधन बिना ब्रेक Live. #दशहरा #शस्त्र_पुजन सुबह 7.40 बजे। #Vijayadashami @SunilAmbekarM @RSSorg @DrMohanBhagwat pic.twitter.com/ipRKSTmuGq
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) October 23, 2023
गायक-संगीतकार शंकर महादेवन ने RSS विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम में श्लोक गाते हुए कहा, “…तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय, ॐ शांतिः शांतिः शांतिः। यह विश्व की शांति का मंत्र है। हर इंसान की शांति के लिए प्रार्थना। यही हमारा देश है।
गायक-संगीतकार शंकर महादेवन ने RSS विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम में श्लोक गाते हुए कहा, “…तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय, ॐ शांतिः शांतिः शांतिः। यह विश्व की शांति का मंत्र है। हर इंसान की शांति के लिए प्रार्थना। यही हमारा देश है।
नागपुर: गायक-संगीतकार शंकर महादेवन ने RSS विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम में श्लोक गाते हुए कहा, “…तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय, ॐ शांतिः शांतिः शांतिः । यह विश्व की शांति का मंत्र है। हर इंसान की शांति के लिए प्रार्थना। यही हमारा देश है…”