पंजाब में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज से तीन दिन तक रेल रोका आंदोलन (Farmers Rail Roko protest) शुरू कर दिया है. इसकी वजह से पंजाब आने-जाने वाली ट्रेनों पर असर पड़ सकता है. बताया जा रहा है कि मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर, बटाला, जालंधर कैंट, तरनतारन, सुनाम (संगरूर), नाभा (पटियाला), बस्ती टांका वली, मल्लांवाला (फिरोजपुर), रामपुरा फूल (बठिंडा) और देवीदासपुरा (अमृतसर) में रेल यातायात बाधित कर सकते हैं. विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले अधिकांश किसान संगठन पंजाब से हैं. हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ संगठन भी आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं..
Punjab: Kisan Mazdoor Sangharsh Committee hold 'rail roko' agitation in Devidaspura, Amritsar over various demands, incl farm loan waiver, compensation & jobs for families of farmers who died in farmers' agitation & fulfilment of assurances given to them by Govt. Police deployed. pic.twitter.com/WNYw7JFM6Z
— ANI (@ANI) December 20, 2021
क्या है किसानों की मांगें
दरअसल, किसान संगठनों की कई मांगे हैं. जिनमें बाढ़ प्रभावित राज्य के लिए 50,000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज, घग्गर नदी मुद्दे का स्थायी समाधान, फसल क्षति के लिए 50,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा, प्रत्येक मवेशी की मौत पर 1 लाख रुपये का मुआवजा शामिल है. इसके अलावा ट्यूबवेल के लिए सभी किसानों के ऋण और ब्याज की एक साल की छूट और फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी शामिल है.
यहां पर बाधित हो सकती है रेल सेवाएं
होशियारपुर
मोगा
सुनाम
मल्लांवाला
बस्ती टांका वाला
रामपुरा फूल
गुरदासपुर
जालंधर कैंट
कैंट इलाके
तरनतारन
नाभा
देवीदासपुरा
विरोध का समर्थन करने वाले किसान संगठनों में किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारती किसान यूनियन (क्रांतिकारी), भारती किसान यूनियन (एकता आज़ाद), आज़ाद किसान समिति दोआबा, भारती किसान यूनियन (बेहरामके), भारती किसान यूनियन (शहीद भगत सिंह) शामिल हैं. भारती किसान यूनियन (छोटू राम), किसान महापंचायत (हरियाणा), पगड़ी संभाल जट्टा (हरियाणा), प्रगतिशील किसान मोर्चा (उत्तर प्रदेश), भूमि बचाओ मुहिम (उत्तराखंड) और राष्ट्रीय किसान संगठन (हिमाचल प्रदेश) भी इस आंदोलन के समर्थन में हैं.
बता दें कि रेल रोको आंदोलन से पंजाब-हरियाणा से होकर आने-जाने वाली ट्रेनों पर असर पड़ सकता है. इसकी वजह से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.