Balasore Train Accident: डिरेल हुए सभी बोगियों को हटाया गया, ट्रैक ठीक करने का काम जोरों पर, रातभर घटनास्थल पर मौजूद रहे रेल मंत्री video

Toran Kumar reporter..4.6.2023/✍️

Balasore Train Accident: बालासोर ट्रेन दुर्घटनास्थल पर 100 से अधिक लोगों द्वारा ट्रैक को ठीक करने का कार्य चल रहा है.दक्षिण पूर्व रेलवे CPRO आदित्य कुमार चौधरी ने बताया कि जितनी भी बोगी पलटीं थीं उनको हटा दिया है. मालगाड़ी की 3 में से 2 बोगियों को हटा दिया गया है और तीसरे को हटाया जा रहा है. थोड़ी देर में ट्रैक को भी साफ कर दिया जाएगा.अभी OHE का काम किया जा रहा है और दूसरी तरफ से ट्रैक लिंकिंग का कार्य चल रहा है. हम जल्द से जल्द कार्य खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. यहां 4-5 डिविजन और 2-3 ज़ोन की टीम काम कर रही है. यहां रेलवे के सारे अधिकारी मौजूद हैं.अभी तक मृतकों की संख्या 288 है.

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना वाली जगह पर रात भर चल रहे मरम्मत कार्य का जायजा लिया. वहीं, ओडिशा में पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार यात्री एक विशेष ट्रेन से तमिलनाडु के चेन्नई रेलवे स्टेशन पहुंचे. यात्रियों की मदद के लिए पुलिस, TDRF और कमांडो तैनात हैं. स्टेशन के बाहर एंबुलेंस, टैक्सी और बसें भी मौजूद हैं. DCP प्रतीक सिंह ने बताया कि सारे शवों की तस्वीर लेकर एक डेटाबेस तैयार किया जा रहा है जिससे शवों के परिचित लोग हेल्प डेस्क पर फोटो देखकर पता लगा सकें कि उनको कौन से अस्पताल जाना है.

वहीं, कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के एक जवान शायद पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने शुरुआती बचाव प्रयासों में शामिल होने से पहले ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बारे में आपातकालीन सेवाओं को सतर्क किया था.एनडीआरएफ के जवान वेंकटेश एन. के. छुट्टी पर थे और पश्चिम बंगाल के हावड़ा से तमिलनाडु की यात्रा कर रहे थे.अधिकारियों ने कहा कि वह बाल-बाल बच गए क्योंकि जिस डिब्बे ‘बी-7’ में वह सवार थे, वह पटरी से उतर गया था लेकिन आगे के डिब्बों से नहीं टकराया.

कोलकाता में एनडीआरएफ की दूसरी बटालियन के साथ तैनात 39 वर्षीय जवान ने सबसे पहले बटालियन में अपने वरिष्ठ निरीक्षक को फोन करके दुर्घटना की जानकारी दी.उसके बाद उन्होंने व्हाट्सएप पर घटनास्थल की ‘लाइव लोकेशन’ एनडीआरएफ नियंत्रण कक्ष को भेजी और इसका इस्तेमाल पहले बचाव दल ने मौके पर पहुंचने के लिए किया.बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम लगभग सात बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से यह हादसा हुआ, जिसमें कम से कम 288 लोगों की मौत हो गई और 1,100 से अधिक यात्री घायल हो गए.

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