अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को पकड़ने के काफी करीब थी पुलिस, ऐन वक्त पर हो गया ये ‘खेल’

Toran Kumar reporter..1.4.2023/✍️

अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को लेकर STF के सूत्रों ने बड़ा खुलासा किया है. STF के सूत्रों ने संवाददाता को बताया कि 4 दिन पहले शाइस्ता परवीन के काफी करीब पुलिस पहुंच गई थी. शाइस्ता को लेकर एक बड़ा ऑपरेशन पुलिस की तरफ से चलाया गया था. लेकिन वह ऐन मौके पर फरार होने में कामयाब हो गई. पुलिस को प्रयागराज में शाइस्ता के होने की पुख्ता जानकारी मिली थी. प्रयागराज से 15 किलोमीटर दूर अशरफ की ससुराल के पास शाइस्ता देखी गई थी. सूत्रों की माने तो जब पुलिस की टीम रेड करने वहां पहुंची तो बुर्का पहने मुस्लिम महिलाओं ने पुलिस की टीम को घेर लिया. पुलिस आगे नहीं जा पाई और इसी का फायदा उठाते हुए शाइस्ता परवीन फरार हो गई.

पुलिस सूत्रों ने ये भी बताया कि जब लोगों को जानकारी मिली कि पुलिस की टीम दबिश देने आ रही है तब मस्जिद से एक अनाउंसमेंट भी की गई थी. बाकायदा महिलाओं को घर से निकलने की अनाउंसमेंट की गई. इसी भीड़ का फायदा उठा कर शाइस्ता फरार हो गई. सूत्रों की मानें तो गद्दी मुस्लिम समाज के लोग शाइस्ता की मदद कर रहे है. गद्दी मुस्लिम समाज के लोगों पर पुलिस की पैनी नजर है.

अतीक ने दिया हुआ था कोड नेम

उधर, उमेश पाल हत्याकांड में बड़ा खुलासा है. सूत्रों की मानें तो साबरमती जेल में बंद अतीक ने अपने भाई अशरफ, बेटे असद और हत्याकांड में शामिल सभी बदमाशों को कोड नेम दिया हुआ था. इसके अलावा सभी I-Phone इस्तेमाल कर रहे थे. खुद अतीक के पास भी जेल में I-Phone था. उमेश पाल की हत्या से पहले सभी आरोपी फेस टाइम पर कोड नेम से ID बनाकर बात कर रहे थे. अतीक का कोड- BADE-006. अशरफ का कोड- CHOTE-007, अतीक के बेटे असद का कोड Ansh_yadav00, उमेश की रेकी करने वाले नियाज को XYZZ1122 कोड दिया था. शूटर अरमान का कोड Bihar Tower दिया गया था. अतीक के वकील हनीफ का Advo010 कोड दिया गया था. जेल मे बंद अली को Patle 009 कोड दिया गया था.

उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक और अशरफ लगातार एक शूटर नियाज को फोन करके पूछ रहे थे कि उमेश मारा गया या नहीं.अतीक ने कई बार निजाय को फोन किया. नियाज ने जवाब दिया था. जी भाई उमेश पाल को मार दिया गया है.संवाददाता को इस संबंध में जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी है.

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