गोपालगंज: बिहार की गोपालगंज जिला जेल में एक विचित्र घटना उस समय घटी, जब जेल अधिकारियों द्वारा पकड़े जाने के डर से एक कैदी ने शनिवार को जांच के दौरान मोबाइल फोन निगल लिया. मामला तब सामने आया जब कैदी को रविवार को अत्यधिक दर्द हुआ. उसने जेल अधिकारियों को जब इस घटना के बारे में बताया तो वह भी सुनकर हैरान रह गए.
पुलिस ने इसकी जानकारी दी कि कैदी की पहचान गोपालगंज के इंदरवा गांव निवासी कैसर अली के रूप में हुई है और उसे शहर की पुलिस ने 17 जनवरी 2020 को एनडीपीएस अधिनियम के प्रावधानों के तहत हजियापुर गांव के पास से गिरफ्तार किया था.
पिछले तीन साल से जेल में बंद अली ने जेल अधिकारियों को बताया कि शनिवार को निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से छिपाने के लिए उसने एक मोबाइल फोन निगल लिया.
मामला तब सामने आया जब कैदी को रविवार को अत्यधिक दर्द हुआ और उसने जेल अधिकारियों को इस घटना से अवगत कराया . जेल प्रशासन द्वारा उसे तुरंत गोपालगंज जिला अस्पताल ले जाया गया, कैदी ने डॉक्टरों को बताया कि उसने एक मोबाइल फोन निगल लिया है.
गोपालगंज के जेल अधीक्षक मनोज कुमार ने सोमवार को बताया कि कैदी के एक्सरे से उसके पेट में एक बाहरी कण की मौजूदगी का पता चला.
गोपालगंज जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर सलाम सिद्दीकी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया, कैदी को पेट दर्द के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके पेट का एक्सरे किया गया और जांच के दौरान बाहरी कणों की मौजूदगी दिखी. इसकी पूरी तरह से जांच करने की जरूरत है
बाद में गोपालगंज जिला अस्पताल द्वारा एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया, जिसने कैदी को आगे के इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल रेफर कर दिया.
जेल के अंदर कैदी द्वारा मोबाइल फोन के इस्तेमाल से सुरक्षा अधिकारियों की साख पर सवाल खड़े हो गए हैं.
गौरतलब है कि मार्च 2021 में राज्य भर की जेलों पर की गई छापेमारी के दौरान लगभग 35 सेलफोन, 7 सिम कार्ड और 17 सेलफोन चार्जर बरामद किए गए थे. ये छापेमारी कटिहार, बक्सर, गोपालगंज, नालंदा, हाजीपुर, आरा, जहानाबाद और राज्य की अन्य कुछ जेलों में की गई थी