पूर्णिया में चलती बस में टीचर (35) से गैंगरेप की कोशिश की गई। बस के अंदर 6 युवकों ने पहले उसके साथ अश्लील हरकतें की। थोड़ी देर में वो लड़के रेप की कोशिश करने लगे। खुद को बचाने के लिए महिला ने चलती बस की खिड़की से छलांग लगा दी। सुबह 6 बजे लोगों को वह सड़क किनारे गंभीर हालत में मिली। महिला नेपाल की रहने वाली है। लोगों की सूचना पर पुलिस ने उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। महिला ने बताया कि उसने बचाने की आवाज लगाई तो ड्राइवर ने बस रोकने की जगह स्पीड बढ़ा दी।
इसके बाद उसे कुछ समझ नहीं आया तो वो बस की खिड़की से कूद गई। युवती वैशाली से शाम 6 बजे बस से सिलीगुड़ी जा रही थी। वह बस में अकेली महिला यात्री थी। बस पर कंचनजंघा लिखा था। घटना पूर्णिया के बायसी थाना क्षेत्र के चेकपोस्ट के पास रात करीब 3 बजे की है। पुलिस ने महिला को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पूर्णिया पहुंचाया। फिलहाल वहीं उसका इलाज चल रहा है। मेडिकल कॉलेज के डॉ. पवन चौधरी ने बताया कि उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। सिर में गंभीर चोट लगी है
घायल महिला दार्जिलिंग के डोकेनडास की रहने वाली है। वह सिलीगुडी के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती है। वह नेपाल की नागरिक है और नेपाली भाषा में ही बात कर रही है। पीड़िता ने बताया कि मैं अपने कुछ दोस्तों के साथ सिलीगुड़ी से बिहार आई थी। यहां से मैं वैशाली आ गई। मंगलवार रात को अकेले वैशाली से सिलीगुड़ी के लिए पश्चिम बंगाल नंबर की एक बस में चढ़ी थी। रात के समय बस में सवार करीब आधा दर्जन लोगों ने मेरे साथ पहले छेड़खानी की, जब मैंने विरोध किया तो गैंगरेप की कोशिश करने लगे। इस पर मैंने आवाज लगाई, लेकिन ड्राइवर ने बस की स्पीड और तेज कर दी। मैं बचने के लिए चलती बस की खिड़की से नीचे कूद गई। युवती के परिवार वाले बुधवार दोपहर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। पूर्णिया एसपी आमिर जावेद ने बताया कि पुलिस को मंगलवार आधी रात के बाद एक महिला सड़क पर घायल हालत में पड़ी मिली। उसने कहा कि वह वैशाली से सिलीगुड़ी जाने वाली बस में यात्रा कर रही थी जब कुछ लोगों ने उसे परेशान करने की कोशिश की, खुद को बचाने के लिए वह चलती बस से कूद गई। महिला को अस्पताल में शिफ्ट कराया गया है।