सूरजपुर। जिले में दशगात्र का भोजन करने के बाद लगभग 66 ग्रामीण फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए हैं. इसमें बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. इसकी जानकारी मिलने ही स्वास्थ्य अमला ने गांव में ही कैंप लगाकर ग्रामीणों का इलाज शुरू कर दिया है. लगभग 40 ग्रामीणों की हालत ज्यादा खराब थी, जिन्हें सूरजपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया. फिलहाल सभी की स्थिति खतरे के बाहर बताई जा रही है. जिला अस्पताल में सभी मरीजों का इलाज जारी है.
यह मामला रामानुज नगर ब्लॉक के बिशनपुर गांव का है, जहां दशगात्र कार्यक्रम में भोजन के लिए बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित किया गया था. बताया जा रहा है कि लगभग 100 से ज्यादा लोगों ने खाना खाया था, खाना खाने के कुछ समय बाद ज्यादातर लोगों को उल्टी और दस्त की समस्या शुरू हो गई. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी रामानुजनगर स्वास्थ्य केंद्र में दी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला गांव में पहुंच कैंप लगाकर ग्रामीणों का इलाज शुरू कर दिया है.