कुकर बम से मंगलुरु शहर दहलाने निकला संदिग्ध आतंकी, पहले ही फट गया, खुद हो गया शिकार

कर्नाटक के मंगलुरु में एक चलती ऑटो में हुए जिस ब्लास्ट को पुलिस मामूली मानकर चल रही थी. उस धमाके की परतें खुलने पर उसके पीछे एक आतंकी हमले की साजिश सामने आई है. कर्नाटक पुलिस ने घटनास्थल से एक कुकर बम बरामद किया है. इस कुकर बम में ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए पूरा सर्किट मौजूद है. 

अगर इस कुकर बम को दहशतगर्द लोकेशन तक पहुंचाने में कायम हो जाते तो एक भयानक तबाही वाला विस्फोट हो सकता था. फिलहाल इस घटना का आरोपी शाकिर पुलिस की कस्टडी में है. धमाके में वो पूरी तरह जल गया है. 

बता दें कि शनिवार को मंगलुरु में एक चलती ऑटो में ब्लास्ट हुआ था. इसके बाद ऑटो में आग लग गई और पूरे ऑटो में धुआं भर गया. घटना में ऑटो का ड्राइवर और शाकिर दोनों ही जल गए हैं. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

40 फीसदी झुलस चुका है आरोपी शारिक

कर्नाटक के ADGP अरुण कुमार ने कहा है कि ऑटो ड्राइवर पुरुषोत्तम पुजारी 20-25 फीसदी झुलस गया है. आरोपी 40-45 फीसदी जल चुका है. हम उसे अच्छा इलाज देने की पूरी कोशिश कर 

पुलिस के अनुसार आरोपी शारिक ने ऑटो में बैठते ही कहा कि उसे पंपवेल एरिया जाना है, इसके अलावा उसने ड्राइवर से कुछ नहीं कहा. पुलिस अधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि वह विस्फोटक को नगौरी में प्लांट करना चाहता था. लेकिन इससे पहले ही इसमें विस्फोट हो गया

घटनास्थल से बरामद सामान

कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा है कि यह आतंकी हमला मालूम होता है. सरकार इस मामले को सुलझाएगी. एनआईए और अन्य एजेंसियों ने घटनास्थल का दौरा किया और जांच शुरू की है. चूंकि आरोपी कोयम्बटूर सहित कई स्थानों पर गया था, इसलिए उसके आतंकवादी समूह के साथ संबंध हो सकते हैं. 

प्रेम राज का आधार कार्ड लेकर सफर कर रहा शारिक 

पुलिस ने कहा कि इस मामले का मुख्य आरोपी ऑटो में सवार यात्री है, वह प्रेशर कुकर ले जा रहा था, जिसमें विस्फोट हो गया. वह घायल है और अस्पताल में इलाज करा रहा है, इस यात्री के पास जो आधार कार्ड था, वह फर्जी है और इसमें किसी प्रेम राज नाम के एक व्यक्ति का विवरण है. पुलिस ने उस शख्स का पता लगा लिया है जिसकी डिटेल आधार कार्ड में है. आरोपी शारिक के खिलाफ पहले भी UAPA  के तहत केस दर्ज हुआ 

घटना के बाद ऑटो ड्राइवर झुलस गया है (फोटो-

ऑटो ड्राइवर पुरुषोत्तम पुजारी ने कहा कि शारिक कुछ लेकर जा रहा था, जिसमें आग लग गई, इसकी चपेट में पूरा ऑटो आ गया. आरोपी शारिक ऑटो में तब नगौरी नाम के स्थान पर तब सवार हुआ था जब ये ऑटो मंगलुरु रेलवे जंक्शन से आ रहा था. 

कुकर में लगाया था IED सर्किट

घटना के बाद पुलिस को ऑटो से एक प्रेशर कुकर बरामद हुआ. इस कुकर में ब्लास्ट का सर्किट लगा हुआ था. इस सर्किट  को स्थानीय बाजार में मिलने वाले इलेक्ट्रॉनिक सामान से तैयार किया गया था.  पुलिस के अनुसार शारिक ने एक सामान्य कुकर को IED जैसे घातक बम के रूप में बदल दिया था. पुलिस ने घटना के बाद ऑटो ड्राइवर और आरोपी शारिक की तस्वीरें जारी की है. 

कुकर लेकर फोटो खिंचवा रहा था शारिक 

पुलिस और जांच एजेंसियां इस घटना का खुलासा करने के लिए शिवमोगा में कई लोकेशन पर छापेमारी कर रही है.  इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस को शक है कि शारिक का कोयम्बटूर ब्लास्ट में भी हाथ हो सकता है. कोयम्बटूर ब्लास्ट की जांच करने के लिए तमिलनाडु पुलिस भी मंगलुरु आने वाली है. 
शारिक के घर से बरामद नट (फोटो-

पुलिस का कहना है कि शारिक काम वैश्विक आतंकी संगठनों से प्रभावित लगता है. लेकिन वह बम बनाने का कम खुद कर रहा था. वह बिट्क्वाइन्स का लेन-देन भी कर रहा था. 

घर में मिला तबाही का सामान

मंगलुरु विस्फोट मामले की जांच बीच फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी डिवीजन (FSL) की टीम रविवार को मैसूर में शारिक द्वारा किराए पर लिए गए घर पर पहुंची. टीम ने शारिक के आवास से विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरामद की.

धमाके के बाद घायल आरोपी शारिक (फोटो-

एफएसएल टीम ने विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जैसे जिलेटिन पाउडर, सर्किट बोर्ड, छोटे बोल्ट, बैटरी, मोबाइल, वुड पाउडर, एल्युमीनियम मल्टी मीटर, तार, मिक्सचर जार, प्रेशर कुकर आदि बरामद किया है.

जांचकर्ताओं ने एक मोबाइल फोन, दो फर्जी आधार कार्ड, एक फर्जी पैन कार्ड और एक फिनो डेबिट कार्ड भी बरामद किया. आशंका जताई जा रही है कि आरोपी अपने घर में विस्फोटक तैयार कर रहा था. 

पुलिस का कहना है कि शारिक को ब्रेनवाश करने में शिमोगा के मतीन का हाथ है. मतीन ने पुणे के एक व्यक्ति से संपर्क किया था इस व्यक्ति के आतंकी संगठनों से संपर्क थे. शरीक और माज मुनीर नाम का शख्स व्हाट्सप ग्रुप में सक्रिय थे. इस ग्रुप का एडमिन पुणे का वही शख्स था. 

इस ग्रुप में लगातार देश विरोधी गतिविधियां हो रही थीं. मतीन के कहने पर शारिक गूगल और यूट्यूब पर ISIS के बारे में जानकारी तलाश रहा था.   

मदीन और शारिक शिवमोगा के सोप्पुगुड्डे गांव से ताल्लुक रखते हैं. शारिक मंसूर खान नाम के शख्स का बेटा है जो सेना में 26 साल रह चुके हैं. शारिक बैंगलुरु इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने आया था. पर उसने टेरर गतिविधियों से संबंध बना लिए.  

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