बिलासपुर: केंद्रीय जेल इन दिनों आरोपों के घेरे में है. यहां पर एक बार फिर कैदी पर हमला हो गया है. बता दें कि दो साल पहले हुए विवाद में जेल दाखिल होते ही कैदी पर पहले से बंद कैदी ने जानलेवा हमला कर दिया. हमला के बाद से घायल कैदी को इलाज के लिए सिम्स में भर्ती कराया गया है.
स्वास्थ्य परिक्षण के दौरान हुआ हमला
दरअसल सरकंडा थाना क्षेत्र के बंधवापारा में रहने वाले विष्णू वंशकार को सरकंडा पुलिस ने मारपीट के मामले में गिरफ्तार किया था. जिसे न्यायालय में पेश करने पर न्यायालय के आदेश पर बुधवार को उसे जेल दाखिल कराया गया. केंद्रीय जेल में गुरुवार की सुबह बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा था. इसी दौरान लाइन में खड़े विष्णु पर शेख अजहर ने धारदार हथियार से हमला कर दिया.
बदला लेने की तलाश कर रहा था कैदी
जेल के भीतर जानलेवा हमला होते ही हड़कंप मच गया. मौके पर मौजूद प्रहरी ने और अन्य बंदियों ने हमलावर को काबू में किया. इसके बाद घटना की जानकारी जेल अधिकारियों को दी गई. इस पर जेल के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. अधिकारियों के निर्देश पर घायल को सिम्स में भर्ती कराया गया. जहां पर उसका उपचार चल रहा है. प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि दो साल पहले विष्णू और उसके साथियों ने शेख अजहर की पुराने बस स्टैंड के पास पिटाई की थी. इसके बाद से वह बदला लेने के लिए मौके की तलाश कर रहा था. बुधवार की शाम विष्णू जेल आया. इसके बाद से वह हमले की योजना बना रहा था और एक धारदार हथियार से हमला कर दिया.
जेल प्रबंधन आरोपों के घेरे में
अब सवाल यह उठता है कि जेल के अंदर हथियार आखिर पहुंचा कैसे हम आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही पुष्पराज सिंह नामक युवक जो केंद्रीय जेल में सजा काट रहा है. इसने उत्तराखंड के हाई कोर्ट जज को भी एक धमकी भरा पत्र भेजा था और 50 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई थी और 4 दिन पहले ही उत्तराखंड पुलिस बिलासपुर केंद्रीय जेल आकर पूछताछ की थी. फिलहाल जेल प्रबंधन आरोपों के घेरे में है. मीडिया एजेंसी ने जब जेल अधीक्षक से संपर्क करना चाहा तो ना तो उन्होंने फोन उठाया और ना ही मिलने की जहमत उठाई.