दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई जिलों में पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. अक्टूबर महीने में बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बारिश की वजह से दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद समेत यूपी के कई जगहों पर जलभराव हो गया है तो कुछ जगहों पर मकान गिरने की भी सूचना है. रविवार देर रात तक पूरे उत्तर प्रदेश में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में 25 लोगों की मौत हो गई है. सबसे ज्यादा मौतें मकान ढहने के मामलों में हुई हैं. दिल्ली के लाहौरी गेट के पास वाल्मीकि मंदिर के पास एक बिल्डिंग गिर गई. हादसे में एक चार साल की बच्ची समेत 3 की मौत हो गई जबकि कई लोग दब गए. 10 लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
वहीं गुरुग्राम में भी 6 बच्चों की मौत हो गई. ये बच्चे एक बरसाती तालाब में नहाने गए थे. बारिश को देखते हुए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्कूल बंद करने के आदेश जारी हुए हैं. कानपुर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद और लखनऊ के सभी 12वीं तक के स्कूल आज बंद हैं.
#WATCH उत्तर प्रदेश: लगातार भारी बारिश के कारण बलरामपुर में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। लोग परेशानी का सामना कर रहे हैं। (09.10) pic.twitter.com/p5HrR8KcNT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 10, 2022
वहीं मौसम विभाग की मानें तो 2007 के बाद पिछले 24 घंटे के भीतर ये दूसरी सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई है. दिल्ली में 2007 के बाद 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. रविवार को मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, शहर में रविवार सुबह 8.30 बजे तक 74 मिमी की लगातार बारिश दर्ज की गई है. ये 2007 के बाद से इस अवधि की दूसरी सबसे ज्यादा बारिश है. दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार से लगातार दो दिनों से बारिश का दौर जारी है. शनिवार और रविवार को दिनभर बारिश रुक-रुक कर लगातार जारी रही.इसके चलते पारा भी काफी लुढ़क गया. दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में जाम और जलभराव भी देखा गया.
यूपी के इन जिलों में आज स्कूल बंद रहेंगे
गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मैनपुरी, मुरादाबाद, बहराइच, सिद्धार्थ नगर, बागपत, शाहजहांपुर, कानपुर, लखनऊ और बुलन्दशहर, सीतापुर, इटावा, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, मथुरा समेत बारिश प्रभावित कई जिलों में 12वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे. वहीं कुछ जिलों में 8वीं तक के स्कूल बंद करने के आदेश हैं.
नदी-नाले उफान पर
रुक-रुक कर हो रही बारिश से यूपी के कई जिलों में नदी और नाले उफान पर हैं. अवध के जिलों गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, सीतापुर व बाराबंकी में सैकड़ों गांव पानी से घिर चुके हैं. बलरामपुर में राप्ती नदी खतरे के निशान 104.620 मीटर से 130 सेमी ऊपर बह रही है. अयोध्या में सरयू खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर तो गोंडा में 56 सेमी ऊपर बह रही है. श्रावस्ती में राप्ती का जलस्तर जमुनहा के राप्ती बैराज पर खतरे के निशान से अभी 110 सेमी अधिक है. बहराइच में नेपाल से 4.65 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से 130 गांव बाढ़ से घिर गए हैं. बलरामपुर में 5 लाख, श्रावस्ती में 3 लाख, बहराइच में 2 लाख, बाराबंकी में 1.5 लाख, सीतापुर 85 हजार, गोंडा में 5 हजार लोग प्रभावित हुए हैं.
अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में दौरा करने के निर्देश
यूपी में बारिश को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी अधिकारी, मेडिकल कॉलेज, संस्थान, अस्पताल, सीएमओ, डॉक्टर्स एवं सभी संबंधित स्टॉफ आपातकालीन सेवाओं के लिए तैयार रहने को कहा गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निरीक्षण करने के लिए खुद मैदान में उतरने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से राहत सामग्री वितरित करें. जनहानि पर शासन से अनुमन्य राहत राशि पीड़ित परिवार को शीघ्र दें. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के अलावा स्थानीय स्तर पर भी टीमों को अलर्ट किया जाए.