Kabul Blast In Mosque:अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के उत्तर में एक मस्जिद में हुए विस्फोट में 20 लोगों की मौत हो गई और 40 अन्य घायल हो गए. विस्फोट बुधवार की शाम के वक्त हुआ, जब काफी संख्या में लोग नमाज के दौरान खैर खाना इलाके की एक मस्जिद में मौजूद थे.मरने वालों में आमिर मोहम्मद काबुली नाम का एक शीर्ष इस्लामिक मौलवी भी शामिल है.
एक अफगान सुरक्षा सूत्र ने कतरी प्रसारक अल जज़ीरा को बुधवार को बताया, “काबुल के उत्तर में एक मस्जिद में हुए विस्फोट में अबतक 20 लोग मारे गए हैं और 40 अन्य घायल हो गए हैं
तालिबान का दावा है कि अफगानिस्तान पर उनका पूरा नियंत्रण है लेकिन इस्लामिक स्टेट देश भर में नागरिकों और पुलिस पर हमले जारी रखे हुए है. अफगान समाचार एजेंसी के अनुसार, तालिबान ने हताहतों पर कोई बयान जारी नहीं किया है. अभी तक किसी आतंकवादी समूह ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है.
बता दें कि दो हफ्ते पहले काबुल में हुए दो घातक धमाकों में 10 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 40 अन्य घायल हो गए थे. उन दोनों हमलों की हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी.
यह धमाका अफगानिस्तान में तालिबान के एक साल के शासन के बाद हुआ है. अफगानिस्तान के अधिकार समूहों ने कहा कि तालिबान ने मानवाधिकारों और महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करने के लिए कई वादों को तोड़ा है.
पिछले साल अगस्त में काबुल पर कब्जा करने के बाद, इस्लामी अधिकारियों ने महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों पर गंभीर प्रतिबंध लगाए, मीडिया को दबा दिया गया और मनमाने ढंग से महिलाओं लड़कियों को हिरासत में लिया, प्रताड़ित किया, और आलोचकों और कथित विरोधियों को अन्य दुर्व्यवहारों के बीच संक्षेप में मार डाला.
न्यूयॉर्क स्थित अफगानिस्तान के अधिकार समूह ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तालिबान के मानवाधिकारों के हनन की व्यापक निंदा हुई है और देश की गंभीर मानवीय स्थिति से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयास खतरे में हैं.