भारत का चुनाव आयोग (ECI) 1 अगस्त (1 August) से वोटर आईडी कार्ड को आधार (Aadhaar )से जोड़ने के लिए एक अभियान शुरू करेगा। इस अभियान का उद्देश्य मतदाताओं की पहचान स्थापित करना और मतदाता सूची में प्रविष्टियों को प्रमाणित करने के साथ-साथ उनकी पहचान करना है। इसको लेकर चुनाव आयोग झारखंड ने ट्विट किया है।
यदि एक ही व्यक्ति एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में या एक ही निर्वाचन क्षेत्र में एक से अधिक बार पंजीकृत है। “आधार कार्ड को वोटर आईडी कार्ड से जोड़ने के लिए, मतदाताओं को चुनाव आयोग की वेबसाइट और चुनावी पंजीकरण कार्यालयों में ऑनलाइन उपलब्ध आवेदन फॉर्म 6-बी भरना होगा। इसे वोटर हेल्पलाइन ऐप और राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल पर भी ऑनलाइन जोड़ा जा सकता है।
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— CEO Jharkhand Election (@ceojharkhand) July 27, 2022
मतदाताओं के भौतिक दस्तावेजों और कम्प्यूटरीकृत जानकारी की सुरक्षा के लिए डबल लॉक सिस्टम का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि आधार कार्ड नंबर को गोपनीय रखने के लिए मास्किंग का इस्तेमाल किया जाएगा। ECI के अनुसार, मतदाता पहचान पत्र और आधार को जोड़ने से मतदाता की पहचान स्थापित होती है और मतदाता सूची में प्रविष्टियों को प्रमाणित करता है, मतदाता नामों के दोहराव से बचा जाता है और मतदाताओं को मोबाइल फोन के माध्यम से चुनाव आयोग की नवीनतम सूचनाओं के बारे में सूचित करता है।