सोशल मीडिया और इंटरनेट क्रांति के इस दौर में जीवन काफी भागदौर वाली हो गई है. परिवार के सभी सदस्यों को एक ही घर में एक साथ बैठे कई-कई दिन बीत जाते हैं. एक घर में रहने के बावजूद भी हमारी दुनिया स्मार्टफोन्स और गैजेट्स तक सीमित हो गई हैं. यहां तक कि खाने की टेबल पर भी हमारे एक हाथ में मोबाइल ही होता है. पहले जहां घरों में बैठकर परिवार के लोग बातें किया करते थे, अब वहीं लोग एक कमरे में होने के बावजूद बातें कम और स्मार्टफोन पर ज्यादा समय गुजारते हैं. पहले की बात अलग थी, जब घर में सिर्फ एक लैंडलाइन फोन होता था और सभी जरूरी बातें उसी के जरिये की जाती थीं. आज के इस दौर में तो जमाने के साथ चलने के लिए न जाने कितने सोशल मीडिया अकाउंट्स बनाने होते हैं. काम के बाद लोगों का ज्यादातर समय इसी पर बीतता है.
आज के इस भागदौर वाली जिंदगी में मां-बाप के पास भी बच्चों के लिए समय नहीं है. पहले की बात कुछ और थी.. मां का पूरा जीवन बच्चों की देखरेख और उनके आगे-पीछे करते ही गुजर जाया करता था. लेकिन अब वक्त बदल गया है और इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक IAS अधिकारी ने अपनी मां के बारे में ऐसी पोस्ट शेयर की, जिसे पढ़कर हर कोई भावुक हो गया और लोगों को पुराने दिन जरूर याद आ गए. IAS अधिकारी अर्पित वर्मा (IAS Arpit Verma) ने ट्वीट किया और लिखा, ‘हम वो आखिरी पीढ़ी हैं जिनके पास ऐसी मासूम मां है.
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— Arpit Verma IAS (@arpit_verma13) May 16, 2022
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘हम वो आखिरी पीढ़ी हैं, जिनके पास ऐसी मासूम मां है जिनका ना कोई सोशल मीडिया पर अकाउंट है, ना फोटो, सेल्फी का कोई शौक है. उन्हें तो ये भी नहीं पता कि स्मार्टफोन का लॉक आखिर खुलता कैसे है. जिनको ना अपनी जन्मतिथि का पता है. उन्होंने बहुत कम सुविधाओं में अपना जीवन बिताया है वह भी बिना किसी शिकायत के. जी हां, हम वो आखिरी पीढ़ी हैं जिनके पास ऐसी मां है.’
वायरल होने वाले इस पोस्ट को 9 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है, जबकि 1200 से ज्यादा ने रीट्वीट किया है. एक यूजर ने लिखा, ‘इंसान तो क्या देवता भी आंचल में पले तेरे.