दिल्ली: ‘आपातकाल के 50 साल’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “…कई घटनाओं ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को हिलाकर रख दिया…कोई राष्ट्रीय खतरा नहीं था। हमने अभी-अभी बांग्लादेश के साथ युद्ध जीता था। कोई आंतरिक या बाहरी खतरा नहीं था। केवल इंदिरा गांधी की स्थिति को खतरा था…लोग जाग चुके थे और समझ चुके थे कि भावनाओं में बहकर दिए गए उनके वोट का दुरुपयोग हो रहा है। इसे समझते हुए इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू कर दिया। सुबह 4 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई गई। बाद में बाबू जगजीवन राम और स्वर्ण सिंह ने कहा कि उनके साथ एजेंडे पर भी चर्चा नहीं की गई, उन्हें केवल सूचित किया गया, हाउस सेक्रेटरी को बुलाया गया और आगे के आदेश पारित किए गए…”
नई दिल्ली में आयोजित आपातकाल के 50 साल’ कार्यक्रम से लाइव… Video
