BREAKING:सैफ अली खान पर चाकू से हमला: मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया

Toran Kumar reporter

एक्टर सैफ अली खान पर घर में घुसकर हमले के मामले में मुंबई की बांद्रा पुलिस ने शुक्रवार को एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

पुलिस के मुताबिक, हमले के बाद संदिग्ध CCTV में बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास नजर आया था। उसे इसी इलाके से हिरासत में लिया गया है। संदिग्ध 15 जनवरी की रात ढाई बजे सैफ के घर की छठी फ्लोर से नीचे उतरता दिखा था।

इस हमले में एक्टर को गले, पीठ, हाथ और सिर समेत 6 जगह चाकू लगा था। लीलावती अस्पताल के COO डॉ. नीरज उत्तमानी ने बताया कि सैफ की रीढ़ की हड्डी में चाकू का टुकड़ा फंसा था और फ्लूड भी लीक हो रहा था। सर्जरी करके इसे निकाला गया है। इस हिस्से को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।

घटना सैफ-करीना के बच्चों तैमूर-जेह के कमरे में हुई

ये घटना सैफ-करीना के बच्चों तैमूर-जेह के कमरे की है। कमरे में उनकी हाउसकीपर अरियामा फिलिप उर्फ लीमा मौजूद थी, जिसे एक अज्ञात शख्स ने पकड़ लिया। उनकी चीखने की आवाज सुनकर सैफ बच्चों के कमरे में पहुंचे थे। सैफ को देखते ही अज्ञात शख्स ने उन पर हमला करना शुरू कर दिया। इस दौरान घायल हुई हाउसकीपर को भी लीलावती अस्पताल ले जाया गया है।

मेड ने बताया- हमलावर ने नैनी से एक करोड़ की मांग की

पुलिस ने बताया कि सैफ के घर से 3 हाउस मेड को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन ले गई। इस दौरान, हाउस मेड ने पुलिस को बताया कि उसे बाथरूम के पास अचानक कोई परछाई नजर आई उसे लगा कि करीना शायद अपने छोटे बेटे को देखने आए होगी, लेकिन उन्हें बाद में शक हुआ तो वह आगे गई। अचानक एक व्यक्ति ने महिला के ऊपर हमला कर दिया और धारदार हथियार दिखाते हुए चुप रहने के लिए कहा।

इस बीच दूसरी मेड भी आ गई। इस दौरान हमलावर ने बच्चों की देखभाल करने वाली मेड (नैनी) से एक करोड रुपए की डिमांड की। इस दौरान सैफ अली खान भी वहां पहुंचे और उन्होंने जब देखा तो अज्ञात आरोपी और सैफ के बीच हाथापाई हुई।

मेड ने अपने बयान में बताया कि हमले के वक्त घर में 3 महिला और 3 पुरुष नौकर थे। हमले के बाद इब्राहिम और सारा अली खान भी उसी बिल्डिंग में आठवीं मंजिल पर ही रहते हैं। वह ऊपर आए और सैफ अली खान को लेकर ऑटो में अस्पताल गए। घर पर कोई भी ड्राइवर मौजूद नहीं था। ऑटोमेटिक इलेक्ट्रिक वाहन किसी को चलाना नहीं आता था, इसलिए ऑटो से लीलावती अस्पताल पहुंचे।

पुलिस और क्राइम ब्रांच की 20 टीमें जांच कर रहीं