Toran Kumar reporter
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर की लापरवाही के बाद बड़ा एक्शन देखने को मिला है। लोरमी के बुध केयर अस्पताल में इलाज के आभाव में लापरवाही से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा एक्शन लेते हुए छापेमारी की है। अस्पताल में बिना किसी अनुमति के अवैध तरीके से आईसीयू रूम में तीन मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा था।
आपको बता दें कि लोरमी के आन्या अस्पताल में इलाज में लापरवाही के कारण गर्भवती महिला की मौत हो गई थी। घटना के बाद से अस्पताल के नाम को बदलकर बुध केयर कर दिया गया था। वहीं इसके बाद 1 नवंबर को मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित आदिवासी समाज के 7 साल के बच्चे धनंजय पिता ओंकार की मौत इलाज के अभाव में हुई थी। जिसके बाद अस्पताल को सील कर संचालक सहित डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज कर जेल भेजा गया था। साथ ही आन्या अस्पताल को सील करने की कार्यवाही की गई थी।
डॉ. खैरवार, बीएमओ डॉ. जीएस दाऊ सहित पुलिस, राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुध केयर अस्पताल में छापेमारी की। अस्पताल प्रबंधन पर आरोप है कि, बिना अनुमति के अवैध तरीके से आईसीयू रूम में तीन मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा था।
डॉक्टर को किया गिरफ्तार
बिना लाइसेंस के अवैध तरीके से नर्सिंग होम एक्ट का उल्लंघन करते हुए खुलेआम अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। जिसके बाद मामले की जांच कर अस्पताल को सील कर दिया गया है। वहीं अस्पताल के डॉक्टर को पुलिस ने हिरासत में लिया है। फर्जी क्लिनिक को सील करने सहित नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।
आगे भी कार्रवाई की बात कही
घटना को लेकर एसडीएम अजीत पुजारी ने बताया कि, लोरमी के बुध केयर हॉस्पिटल का फर्जी तरीके से संचालन किया जा रहा है। जिसके कारण इलाज में लापरवाही जे दौरान सात साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई। साथ ही फर्जी तरीके से बिना मान्यता के निजी क्लीनिक का संचालन करने की शिकायत पर जांच को सही पाया गया। इस दौरान SDM ने इलाके में फर्जी क्लिनिक और अस्पताल चलाने वालों के खिलाफ आगे भी कार्रवाई होने की बात कही है।
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