बिहार के सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाने के लाल पट्टी इलाके में एक निजी स्कूल में पांच साल के छात्र ने बुधवार को पिस्तौल से अपने ही स्कूल के एक अन्य बच्चे को गोली मारकर जख्मी कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। सुपौल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शैशव यादव ने बताया, “नर्सरी के छात्र ने उसी स्कूल में कक्षा तीन में पढ़ने वाले 10 वर्षीय एक लड़के पर गोली चला दी। गोली उसके हाथ में लगी।
एसपी ने क्या कहा?
एसपी ने कहा कि घायल लड़के को अस्पताल ले जाया गया। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि लड़के के पास पिस्तौल कैसे आई और वह उसे अपने बैग में लेकर कैसे स्कूल में दाखिल हुआ। उन्होंने कहा कि जिले के सभी स्कूलों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा जा रहा है कि छात्रों के बैग की नियमित आधार पर अच्छी तरह से जांच की जाए। इस घटना से माता-पिता और अभिभावकों की चिंता काफी बढ़ गई है।
पुलिस का बयान
सुपौल पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार स्कूल संचालक से पूछताछ की जा रही है और घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि घायल छात्र मोहम्मद आसिफ दूसरे वर्ग का छात्र है। घायल अवस्था में उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद स्कूल में अफरा तफरी की स्थिति बन गई। घायल छात्र के परिजनों और ग्रामीणों ने स्कूल में तोड़फोड़ कर हंगामा किया। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी छात्र के पिता को जब स्कूल में बुलाया गया तो वे अपने बेटे और हथियार को लेकर फरार हो गए।
मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और पूरे मामले की जांच कर रही है। आरोपी छात्र पिस्तौल अपने बैग में लेकर आया था। हालांकि, घटना के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया। घायल बच्चे के मामा ने बताया कि उनका भांजा सेंट जॉन बोर्डिंग स्कूल में पढ़ता है। बच्चा जब स्कूल पहुंचा तो सबसे पहले वह प्रेयर में गया, उसके बाद अपने क्लास में गया। कक्षा में गया तो मुकेश कुमार यादव के बेटे ने भांजे को गोली मार दी। भांजे का आरोपी लड़के के साथ किसी प्रकार का लड़ाई-झगड़ा नहीं हुआ था।
परिजन परेशान
उन्होंने बताया कि बच्चे ने पहले कमर में गोली मारने की कोशिश की। लेकिन हाथ में गोली लग गई। गोली लगने के बाद स्कूल के प्रिंसिपल ने पिस्टल को अपने कब्जे में ले लिया और लड़के के माता-पिता को बुलाया गया। उसके बाद पिता वहां पहुंचा। उसने देखा की प्रिंसिपल के कमरे में टेबल पर पिस्तौल के साथ मैगजीन अलग रखी हुई है। उसने झपट्टा मारा और पिस्तौल के साथ अपने बच्चे को लेकर दीवार फांदकर फरार हो गया। आरोपी के पिता की बाइक स्कूल में ही रखी हुई है। घायल बच्चा पिछले दो साल से स्कूल जा रहा है। घटना के बाद पीड़ित बच्चे के परिजन परेशान हैं। उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन उसके पिता से सवाल करे। वहीं स्कूल ये तय करे कि आग से ऐसी घटना नहीं हो।