Toran Kumar reporter
छत्तीसगढ़ में ईडी की छापेमारी लगातार जारी है। इसी क्रम में ईडी ने छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को 12 जगहों पर छापा मारा है। ईडी की टीम का कोरबा, बैकुंठपुर, बालोद, बिलासपुर के अलावा अन्य जगहों पर सर्च आपरेशन जारी है।
छत्तीसगढ़ की पूर्व मंत्री अनिला भेड़िया के मंत्री प्रतिनिधि रहे पीयूष सोनी के घर पर प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने मारा छापा है। जानकारी अनुसार शुक्रवार को सुबह 6 बजे सीजी 04 एचए 6200 और सीजी 04 एमजे 7364 क्रमांक की इनोवा कार में पांच अधिकारी और चार फोर्स के जवान पीयूष सोनी के डौंडी नगर स्थित घर पहुंचे। पीयूष सोनी अपनी पत्नी, बच्चों एवं माता के साथ घर पर ही मौजूद है।
सूत्रों से प्रात जानकारी अनुसार इंदौर और दिल्ली के अधिकारियों की संयुक्त टीम एक महिला अधिकारी के साथ घर पर मौजूद है और पीयूष सोनी से सवाल जवाब किए जा रहे है। दिल्ली से आए ईडी के अधिकारियों ने इस रेड और कार्यवाही के संबंध में कुछ भी कहने और बताने से इन्कार किया।
बैकुंठपुर में जनपद सीईओ के यहां ईडी का छापा
इधर, कोरबा जिले में डीएमएफ घोटाले की जांच की आंच कोरिया जिले तक पहुंच गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पहली बार कोरिया जिले के बैकुंठपुर पहुंची है। ईडी की टीम ने जनपद सीईओ राधेश्याम मिर्झा के यहां छापेमारी की है। राधेश्याम मिर्झा बैकुंठपुर के जल संसाधन विभाग के विश्राम गृह में निवास कर रहे हैं।
शुक्रवार सुबह ईडी के अधिकारी विश्राम गृह पहुंचे। उन्होंने जांच शुरू की है। राधेश्याम , बैकुंठपुर जनपद पंचायत के सीईओ थे। इसके पहले वे कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक में पदस्थ थे। कांग्रेस शासन में तीन वर्षों तक सीईओ रहने के दौरान डीएमएफ में बड़ी गड़बड़ी की शिकायत है। यह राज्य की सबसे बड़ी जनपद पंचायत है, जहां 146 ग्राम पंचायतें हैं।
पोड़ी-उपरोड़ा जनपद पंचायत में डीएमएफ का काम उनके कार्यकाल में हुआ था। करोड़ो रूपये के फर्जीवाड़ा के आरोप है। खबर है कि डीएमएफ में अनियमितता को लेकर छापे की कार्रवाई की जा रही है।क्योंकि दूसरा कोई कारण सामने नहीं आया है। जनपद सीईओ राधेश्याम का पिछले दिनों सूरजपुर की प्रतापपुर जनपद में किया गया है। उन्होंने अभी पदभार ग्रहण नहीं किया है।
अधिकारियों ने छापे को लेकर कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है। राधेश्याम मिर्झा कांग्रेस शासनकाल में प्रभावशाली अधिकारी रहे हैं। उनका मूल पद मंडल संयोजक का है फिर भी वे कई लग्जरी गाड़ियों के मालिक हैं। रसूखदार होने के साथ ही वसूली को लेकर वे विवादों में रहे हैं। ईडी की टीम दस्तावेज और डिजिटल उपकरण की जांच कर रही है।