मंड्या जिले के केरेगोडु गांव में एक राम मंदिर है जिसे रंग मंदिर भी कहा जाता है। पिछले कई सालों से उस मंदिर के सामने एक 108 फुट ऊंचा स्तंभ है जिसपर पर हनुमान धव्ज लहराता है। मगर बीते रविवार को जिला प्रशासन ने अधिकारी उस स्तंभ से हनुमान ध्वज को उतारने के लिए मंदिर के बाहर बने स्तंभ के पास पहुंचे। प्रशासन के इस कार्रवाई से गांव के लोग नाराज हो गए और इसका विरोध करने के लिए वहां पर भारी संख्या में पहुंच गए। प्रशासन ने नाराज लोगों की भीड़ की वहां से हटाने के लिए लोगों पर लाठी चार्ज किया और इसके बाद स्तंभ से हनुमान ध्वज हटाकर वहां तिरंगा फहरा दिया। प्रशासन की इस कार्रवाई के खिलाफ भाजपा और JDS समेत हिंदू संगठन के सदस्य भी मौदान में उतर गए और विरोध प्रदर्शन किया।
विपक्ष ने प्रदर्शन शुरू किया
जिला प्रशासन के इस कार्रवाई से गांव के लोग काफी नाराज हैं। कोरेगोडू गांव के लोगों ने अपनी नाराजगी जताने के लिए गांव से लेकर कलेक्टर ऑफिस तक मार्च किया। इस मार्च का नेतृत्व भाजपा के पूर्व विधायक प्रतीम गौडा ने किया। इतना ही नहीं भाजपा ने इस घटना के खिलाफ राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में भी विरोध किया।
ಜನ ಹಬ್ಬಗಳನ್ನು ಆಚರಿಸದಂತೆ, ನಮ್ಮ ಸಂಸ್ಕೃತಿ ಸಂಭ್ರಮಿಸದಂತೆ ಅಧಿಕಾರಿಗಳು ಮತ್ತು ಪೊಲೀಸರನ್ನು ಹಳ್ಳಿ ಹಳ್ಳಿಗಳಿಗೆ ಕಳಿಸಿ ಬ್ರಿಟಿಷ್ ಸರ್ಕಾರ ದಬ್ಬಾಳಿಕೆ ಮಾಡುತ್ತಿತ್ತು. ಬ್ರಿಟಿಷರ ಸಂಜಾತರಾಗಿರುವ @INCKarnataka, ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಈಗ ಅದನ್ನು ಹಿಂದೂಗಳ ವಿರುದ್ಧ ಮಾಡುತ್ತಿದೆ.
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) January 28, 2024
ತುಷ್ಟೀಕರಣ ರಾಜಕಾರಣದ ಪಿತಾಮಹ ಸಿಎಂ @siddaramaiah… pic.twitter.com/AchZBB2gxK
प्रशासन ने मामले में क्या कहा?
इस मामले में जिला प्रशासन का कहना है कि जिस जगह पर स्तंभ बना हुआ है, वह सरकारी जमीन है। प्रशासन ने कुछ शर्तों के साथ पंचायत को वहां पर स्तंभ बनाने के लिए NOC दिया था। इन शर्तों में अहम शर्त यह थी कि यहां पर किसी भी तरह का धार्मक या राजनौतिक झंडा नहीं फहराया जाएगा। इस स्थान पर सिर्फ तिरंगा या फिर राज्य ध्वज फहराया जा सकता है।
#WATCH | Mandya, Karnataka: BJP leader CT Ravi says, "Today the Congress wants to remove the Hanuman flag and install the Taliban flag… We will install the Hanuman flag today. The times of Taliban flags have passed…" pic.twitter.com/4AWk6XscHx
— ANI (@ANI) January 29, 2024
अधिकारियों ने आगे बताया कि, ‘इन सभी शर्तों को स्वीकार करने वाली चिट्ठी और पंचायत की अंडर टेकिंग हमारे पास है। बता दें कि 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दिन वहां हनुमान ध्वज लहराया गया मगर किसी ने आपत्ति नहीं की। 26 जनवरी को पंचायत ने यहां तिरंगा फहराया और शाम को उतार दिया। 27 जनवरी को यहां हनुमान ध्वज देखकर कुछ लोगों को आपत्ति हुई, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।’
ಬ್ರಿಟಿಷರ ಸಂಜಾತರಾಗಿರುವ ಕಾಂಗ್ರೆಸ್, ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಈಗ ಅದನ್ನು ಹಿಂದೂಗಳ ವಿರುದ್ಧ ಮಾಡುತ್ತಿದೆ.
— BJP Mahila Morcha Karnataka (@BJPMM4Karnatak) January 28, 2024
ನಮ್ಮತನ ಕಾಪಾಡಿಕೊಳ್ಳಲು ಮಹಿಳೆಯರು ಮಧ್ಯರಾತ್ರಿ ಎದ್ದು ಕಾಯುವಂತೆ ಮಾಡಿದ್ದೀರಿ, ಅವರ ಶಾಪ ನಿಮ್ಮನ್ನು ಸುಮ್ಮನೆ ಬಿಡುವುದಿಲ್ಲ.#HinduVirodhiCongress#CongressFailsKarnataka@blsanthosh @RajeshGaVee @VanathiBJP pic.twitter.com/IvNxfv7m1T
गांववालों ने MLA पर लगाया आरोप
इस मामले में गांववालों का मानना है कि स्थानीय MLA रवि गानिगा जो कांग्रेस पार्टी के हैं, उनके कहने पर ही हनुमान ध्वज उतारा गया है।
बता दें कि मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा वहां पुलिस बल का प्रयोग करते हुए ध्वज फहराने के निर्देश दिए गए।