नई दिल्ली: भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) ने राजधानी दिल्ली में तीन पत्रकारों पर ड्यूटी के दौरान हुए कथित हमले को लेकर दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। पीसीआई ने इस मामले में अब स्वत: संज्ञान लिया है। बताया जा रहा है कि उत्तरपूर्वी दिल्ली में भीड़ ने 11 अगस्त को तीन पत्रकारों को कथित तौर पर ‘पीटा और धमकाया’ था। पीसीआई ने एक बयान में कहा है, ‘मुख्य सचिव, पुलिस आयुक्त और उपायुक्त से रिपोर्ट मांगी गई है।’ जानकारी के मुताबिक न्यूज पत्रिका के इन पत्रकारों का कहना है कि ये घटना पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में हुई है। पीसीआई का कहना है कि 12 अगस्त को उसे इस मामले में पत्रिका से शिकायत मिली थी। इन तीनों पत्रकारों पर हमला उस समय हुआ था, जब ये लोग उस इलाके में दंगे से संबंधित न्यूज कवरेज के लिए गए, जो यहां फरवरी महीने में हुए थे। इन पत्रकारों में एक महिला भी शामिल है। कारवां पत्रिका का आरोप है कि भीड़ ने शाहिद तंत्राय, प्रभजीत सिंह और महिला पत्रकार पर हमला किया था और इन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। इसके साथ ही इनपर सांप्रदायिक टिप्पणी भी कई गई थी। पत्रिका कहना है कि ये हमला उस वक्त हुआ जब पत्रकार तस्वीरें ले रहे थे। लेकिन कुछ लोगों ने तभी उन्हें रोक दिया। बता दें हाल ही में पत्रकारों पर हमले से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। इससे पहले उत्तर प्रदेश के बलिया में भी पत्रकार पर बदमाशों के हमले से जुड़ा मामला सामने आया था। यहां कुछ बदमाशों ने एक टीवी चैनल के पत्रकार रतन कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी है। सिर में गोली लगने के कारण पत्रकार की मौके पर ही मौत हो गई। ये घटना जिले के फेफना थाना इलाके की है। मामले में अब तक पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।