नई दिल्ली। कोरोना काल में पंजाब के अमृतसर, बटाला और तरनतारन में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। इस घटना में पंजाब पुलिस ने नकली शराब बनाने वाले कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं थाना तरसिक्क के एसएचओ पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है। मामले की गंभीरता को समझते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एसआईटी गठित करते हुए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं।
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इन मौतों की जांच के लिए चार सदस्यीय SIT का गठन किया गया है जो सभी मामले की जांच करेगी। वहीं, मजिस्ट्रियल जांच की जिम्मेदारी सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जालंधर के डिविजनल कमिश्नर को सौंपी है। सीएम अमरिंदर ने डिविजनल कमिश्नर को यह छूट दी है कि वह इस मामले की तहकीकात के लिए किसी भी पुलिस अफसर या विशेषज्ञ की सहायता ले सकता हैं, सीएम ने कहा जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा।
पंजाब में अमृतसर जिले के मुच्छल गांव में जहरीली शराब पीने से 24 घंटे के अंदर 6 लोगों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, 2 किलोमीटर दूरी पर स्थित तंग्रा गांव में 1 व्यक्ति की मौत हो गई। अमृतसर एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने मौतों की पुष्टि करते हुए ये जानकारी दी। इस मामले में गुरुवार देश शाम आईपीसी की धारा 304 मामला दर्ज कर एक महिला बलविंदर कौर को गांव में अवैध शराब बेचने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। शिरोमणि अकाली दल के स्थानीय नेता बलबीर सिंह ने बताया कि गांव में सभी जानते हैं कि बलविंदर कौर अवैध शराब बेचने का कारोबार चलाती है, लेकिन यह आश्चर्य जनक बात है कि पुलिस और सरकार को इस बात की जानकारी कैसे नहीं मिली।