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नई दिल्ली। ओडिशा के मुख्यमंत्री सीएम नवीन पटनायक ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है। पटनायक ने प्रधानमंत्री से राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की परीक्षाओं को फिलहाल टाल देने की अपील की है। नवीन पटनायक ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए अभी परीक्षा कराना सुरक्षित नहीं होगा। इसके अलावा देश के कई राज्यों में बाढ़ के चलते भी स्थिति भयावह है। इसको देखते हुए परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ा दिया जाए।
जेईई मेन्स की परीक्षा 1 सितंबर से 6 सितंबर 2020 के बीच होनी है। वहीं एनईईटी की परीक्षा 13 सितंबर 2020 को आयोजित होगी। देशभर में कोरोना के फैलने और परिवहन की व्यवस्थाओं पर कई तरह की पाबंदियां होने के चलते देशभर से कई संगठन और विपक्षी दल परीक्षा को फिलहाल टाल देने की अपील कर रहे हैं। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं। तो कुछ छात्र संगठन एग्जाम टलवाने के लिए आज से देशव्यापी धरने पर बैठने वाले हैं। हालांकि परीक्षा आयोजित कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने कहा है कि वह पूरी सुरक्षा और सावधानी तथा एहतियात के साथ परीक्षा करवाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
विपक्षी दल एक साथ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इसमें पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने नीट और जेईई परीक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि नीट-जेईई का एग्जाम होना फिलहाल सुरक्षित नहीं है। अगर केंद्र सरकार इस पर नहीं सुनती है तो जेईई और नीट की परीक्षा को स्थगित करने के लिए हम (राज्य सरकारें) संयुक्त रूप से सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं। बनर्जी ने कहा कि हमें छात्रों के साथ खड़ा होना चाहिए। अगर केंद्र कुछ नहीं कर रहा है तो हम लोग भी जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं, हमें कोर्ट जाना चाहिए।