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नई दिल्ली। गिरीश चंद्र मुर्मू ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में देश के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) के रूप में शपथ ली है। मुर्मू ने बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के पद से अपना इस्तीफा दे दिया था। जिसे राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद उन्हें भारत का नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) नियुक्त किया गया। उन्होंने राजीव महर्षि की जगह ली है, जो इसी हफ्ते रिटायर हुए हैं। मुर्मू को प्रशासनिक सेवा का अच्छा खासा अनुभव है, जिस वजह से उन्हें ये जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दरअसल अगस्त 2019 में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया था। इसके बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। फिर मुर्मू को 31 अक्टूबर 2019 को जम्मू-कश्मीर के पहले उपराज्यपाल के तौर पर नियुक्त किया गया था। एक साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्होंने 5 अगस्त 2020 को अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेज दिया। जिसे स्वीकार कर लिया गया है। वहीं उनकी जगह पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल बनाया गया है। वहीं सीएजी राजीव महर्षि सेवानिवृत्त हुए हैं। जिनकी जगह गुरुवार को जीसी मुर्मू को देश का नया CAG नियुक्त किया गया। आपको बता दें कि मुर्मू गुजरात कैडर के 1985 बैच के IAS अधिकारी हैं। जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तो मुर्मू ने उनके प्रमुख सचिव के रूप में सेवा दी थी। जम्मू-कश्मीर में चुनाव को लेकर उनका चुनाव आयोग से विवाद भी चल रहा था। उनके कई बयानों ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी थीं।