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नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते मार्च में ही देश में लॉकडाउन लागू हो गया था, जिस वजह से सभी फ्लाइट्स का संचालन ठप्प पड़ गया। अब धीरे-धीरे विमान सेवा पटरी पर लौट रही है। इस बीच हवाई यात्रियों को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि अब केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट पर यात्रियों से ली जाने वाली सिक्योरिटी फीस में बढ़ोतरी की है। बढ़ी हुई ये दरें 1 सितंबर से लागू हो जाएंगी।
सिक्योरिटी फीस हुई 160 रुपये
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 13 अगस्त को एक आदेश जारी किया था। जिसमें कहा गया कि सरकार ने एयरक्राफ्ट रूल्स 1937 की शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए एविएशन सिक्योरिटी फीस को बढ़ाया है। ये बढ़ोतरी अभी 10 रुपये की की गई है। जिसके बाद अब यात्रियों को एविएशन सिक्योरिटी फीस 160 रूपये देनी होगी। 2019 से पहले ये फीस 130 रुपये थी लेकिन सरकार ने उस दौरान इसे बढ़ाकर 150 कर दिया था, यानी पिछले दो सालों में 30 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
क्यों हुई बढ़ोतरी?
दरअसल लॉकडाउन और कोरोना के चलते हवाई यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है, लेकिन एयरपोर्ट की सुरक्षा तो पहले जैसे ही कड़ी है। इस वजह से जो फीस मिलती थी, वो CISF की तैनाती के खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में एविएशन सिक्योरिटी फीस बढ़ाई गई है। वहीं अब CISF कर्मियों को सुरक्षा के साथ-साथ कोरोना से भी एहतियात बरतना पड़ता है। जिस वजह से मास्क, ग्लव्स आदि खरीदने का अतिरिक्त बोझ है। ऐसे में फीस बढ़ने से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
किन कंपनियों का बढ़ेगा किराया?
दरअसल एयरपोर्ट संचालन के लिए सभी कंपनियों से सरकार शुल्क लेती है। इसमें साफ-सफाई, सुरक्षा आदि शामिल होता है। यात्री ये किराया विमान कंपनियों को देते हैं और विमान कंपनियां सरकार को। ऐसे में एविएशन सिक्योरिटी फीस बढ़ने से सभी कंपनियों का किराया बढ़ेगा। ये बढ़ी हुई फीस अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं पर भी लागू होगी। हालांकि अन्य किसी शुल्क में सरकार या विमान कंपनियों ने अभी बढ़ोतरी नहीं की है।