- हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज सावन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और दिन शनिवार है। आज सावन माह का प्रदोष व्रत है। आज के दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संतान प्राप्ति के लिए शनि प्रदोष व्रत किया जाता है। भगवान शिव की कृपा से संतान की कामना करने वालों को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है। भगवान शिव के साथ माता पार्वती की भी पूजा करनी चाहिए। आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल के अतिरिक्त सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
आज का पंचांग
दिन: शनिवार, श्रावण मास, शुक्ल पक्ष, त्रयोदशी तिथि।
आज का राहुकाल: सुबह 09:05 बजे से दिन में 10:46 बजे तक।
आज का दिशाशूल: पूर्व।
आज का पर्व एवं त्योहार: प्रदोष व्रत।
विक्रम संवत 2077 शके 1942 उत्तरायण, उत्तर गोल, वर्षा ऋतु श्रावण मास शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी 21 घंटे 54 मिनट तक, तत्पश्चात् चतुर्दशी मूल नक्षत्र 06 घंटे 48 मिनट तक, तत्पश्चात् पूर्वाआषाढ़ा नक्षत्र वैधृति योग 09 घंटे 22 मिनट तक, तत्पश्चात् विषकुंभ योग धनु में चंद्रमा।
सूर्योदय और सूर्यास्त
01 अगस्त को सूर्योदय सुबह 05 बजकर 43 मिनट पर और सूर्यास्त शाम को 07 बजकर 12 मिनट पर होगा।
चंद्रोदय और चंद्रास्त
आज के दिन चंद्रोदय दोपहर में 05 बजकर 34 मिनट पर होगा और चंद्र का अस्त 02 अगस्त को तड़के 04 बजकर 06 मिनट पर होगा।
आज का शुभ समय
अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 54 मिनट तक।
रवि योग: सुबह 06 बजकर 49 मिनट से 02 अगस्त को सुबह 05 बजकर 43 मिनट तक।
अमृत काल: 02 अगस्त को तड़के 02 बजकर 04 मिनट से 03 बजकर 40 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से दोपहर 03 बजकर 36 मिनट तक।
आज सावन माह का 28वां दिन है। सावन माह में अब तीन दिन ही शेष हैं। आज आप शिव परिवार की आराधना करें तो आपके लिए कल्याणकारी रहेगा। आज के दिन आप कोई कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।