जयपुर / जैसलमेर
प्रदेश की राजनीति में लगातार नए सस्पेंस देखने को मिल रहे हैं। जहां का नया ठिकाना अब जैसलमेर बन गया है। वहीं शुक्रवार को होटल फेयरमाउंट से जैसलमेर के होटल सूर्यागढ़ शिफ्ट हुए विधायकों को लेकर तब सस्पेंस बन गया कि जब वहां कुल 11 विधायक- मंत्री नहीं पहुंचे। मीडिया रिपोटर्स की मानें, तो जैसलमेर आने वालों में 7 मंत्री और 5 विधायक शामिल नहीं थे। बताया जा रहा है कि ये शनिवार को जैसलमेर को पहुंचेंगे। इसमें मंत्री प्रतापसिंह, रघु शर्मा, अशोक चांदना, लालचंद कटारिया, उदयलाल आंजना और विधायक जगदीश जांगिड़, अमित चाचाण, परसराम मोरदिया, बाबूलाल बैरवा, बलवान पूनियां शामिल है।
प्रदेश की राजनीति में लगातार नए सस्पेंस देखने को मिल रहे हैं। जहां का नया ठिकाना अब जैसलमेर बन गया है। वहीं शुक्रवार को होटल फेयरमाउंट से जैसलमेर के होटल सूर्यागढ़ शिफ्ट हुए विधायकों को लेकर तब सस्पेंस बन गया कि जब वहां कुल 11 विधायक- मंत्री नहीं पहुंचे। मीडिया रिपोटर्स की मानें, तो जैसलमेर आने वालों में 7 मंत्री और 5 विधायक शामिल नहीं थे। बताया जा रहा है कि ये शनिवार को जैसलमेर को पहुंचेंगे। इसमें मंत्री प्रतापसिंह, रघु शर्मा, अशोक चांदना, लालचंद कटारिया, उदयलाल आंजना और विधायक जगदीश जांगिड़, अमित चाचाण, परसराम मोरदिया, बाबूलाल बैरवा, बलवान पूनियां शामिल है।
चार्टर प्लेन की तकनीकी खामी के चलते नहीं पहुंचे
मिली जानकारी के अनुसार इन सभी को जैसलमेर लाने के लिए तीन चार्टर लगाए गए थे। इसमें एक में तकनीकी गड़बड़ी के कारण 2 विधायक यहीं रह गए, जबकि उनका सामान पहले के विमान में पहुंच गया। इसके अलावा मुख्य सचेतक और 6 मंत्री जयपुर ही रुके। बीमारी के कारण 3 विधायक भी नहीं जा सकें।
राज्य सरकार को केन्द्रीय एजेंसियों के बड़ी कार्रवाई का अंदेशा
मीडिया रिपोटर्स की मानें तो केन्द्रीय एजेंसियां काफी दिनों से जयपुर में सक्रिय है। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार को होटल फेयरमोंट में बड़ी कार्वाई का अंदेशा है। वहीं जयपुर में बाड़ाबंदी के दौरान धरने प्रदर्शन भी हो चुके हैं। ऐसे में सरकार चाहती है कि ऐसी जगह विधायकों को रखा जाएं, जहां लोगों की संख्या कम हो।