somdewangan
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोद ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत एक लाख करोड़ रुपये की वित्तपोषण सुविधा को लॉन्च किया है। सरकार ने जुलाई में कृषि बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए रियायती ऋण का विस्तार करने के लिए एक लाख करोड़ के कोष के साथ कृषि-इंफ्रा फंड की स्थापना को मंजूरी दी थी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में बटन दबाकर 8.5 करोड़ किसानों के खातों में 17,000 करोड़ रुपये की पीएम किसान सम्मान निधि योजना की छठी किस्त जारी की। यह किस्त तत्काल किसानों के खातों में ट्रांसफर की गई है।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में लिखा, सभी देशवासियों को, विशेष रूप से किसान भाई-बहनों को बलराम जयंती की, हलछठ और दाऊ जन्मोत्सव की शुभकामनाएं। आपको बता दें कि एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड कोरोना संकट के समय में सरकार द्वारा जारी 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का एक हिस्सा था। एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की अवधि साल 2029 तक 10 वर्षों के लिए है।
क्या मिलता है किसान सम्मान निधि योजना में
किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत देश के सभी छोटे तथा सीमांत किसान जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की खेती योग्य जमीन है उन्हें केंद्र सरकार द्वारा सालाना 6000 रूपये की आर्थिक सहायता तीन बराबर (2000-2000 रुपये) किस्तों में दी जा रही है।
ऐसे करें पीएम किसान योजना में रजिस्ट्रेशन
जिस्ट्रेशन करने से पहले इन दस्तावेजों का होना जरूरी है। आपके पास जमीन के कागज होने चाहिए, इसके अलावा आधार कार्ड, अपडेटेड बैंक अकाउंट, ऐड्रेस प्रूफ, खेत संबंधी जानकारी और पासपोर्ट साइज फोटो जरूरी है। अब पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट (https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं। यहां न्यू रजिस्ट्रेशन का विकल्प दाईं ओर नीचे की तरफ दिख जाएगा। उस पर क्लिक करना है जिसके बाद नया पेज खुलता है। यहां आधार नंबर डालना है जिसके बाद रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाता है।
रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपकी पूरी जानकारी मांगी जाती है। मसलन आप किस राज्य से हैं, जिला कौन सा है, ब्लॉक और गांव की जानकारी भरनी है। इसके अलावा फॉर्मर को अपना नाम, जेंडर, कैटिगरी, आधार कार्ड की जानकारी, बैंक अकाउंट नंबर जिसपर पैसे ट्रांसफर किए जाएंगे, उसका IFSC कोड, ऐड्रेस, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि जैसी तमाम जानकारी भरनी है। इसके अलावा आपको अपने खेत की जानकारी भरनी होती है। इसमें सर्वे या खाता नंबर, खसरा नंबर, कितनी जमीन है, ये सारी जानकारी भरनी होती है। इन तमाम जानकारियों को भरने के बाद उसे सेव कर देना है।