Toran Kumar reporter..29.5.2023/✍️
दिल्ली के शाहबाद डेरी में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. यहां एक नाबालिग की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. घटना को लेकर दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा है. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इसे अपने करियर की सबसे भयावह वारदात बताते हुए कहा कि सब हदें पार हो गई हैं.
घटना के बारे में ट्वीट करते हुए मालीवाल ने लिखा, “दिल्ली के शाहबाद डेरी में एक नाबालिग मासूम गुड़िया को चाकू गोद-गोदकर मारा गया और उसके बाद पत्थर से उसे कुचल दिया गया. दिल्ली में दरिंदों के हौसले बुलंद हैं. पुलिस को नोटिस जारी कर रहे हैं. सब हदें पार हो गई हैं. मैंने अपने इतने सालों के करियर में इससे ज़्यादा भयानक कुछ नहीं देखा
दिल्ली के शाहबाद डेरी में एक नाबालिग मासूम गुड़िया को चाकू गोद-गोदकर मारा गया और उसके बाद पत्थर से उसे कुचल दिया गया। दिल्ली में दरिंदों के हौसले बुलंद हैं। पुलिस को नोटिस जारी कर रहे हैं। सब हदें पार हो गई हैं। मैंने अपने इतने सालों के करियर में इससे ज़्यादा भयानक कुछ नहीं देखा। pic.twitter.com/0kC4ht4q1f
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) May 29, 2023
दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर खत्म’
स्वाति मालीवाल ने न्यूज से कहा, मैं यह मानती हूं कि दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर तहस नहस हो गया है. ऐसी स्थिति हो गई है जिसमें महिलाएं और बच्चियां बहुत असुरक्षित महसूस करती हैं. दिल्ली असंवेदनशील भी हो गई है. वहां कई लोग थे, लड़कियां भी थीं, लेकिन किसी ने हिम्मत नहीं की कि उसकी चीखें सुनकर उसे बचाने की कोशिश करें.
#WATCH | A 16-year-old girl was stabbed 40-50 times and then was hit by a stone multiple times after which she died. All this has been captured on CCTV. Several people saw this but did not pay heed. Delhi has become extremely unsafe for women and girls. I appeal to the central… pic.twitter.com/PI2lXM6CRj
— ANI (@ANI) May 29, 2023
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने आगे कहा, दिल्ली पुलिस का क्राइम को लेकर जो रवैया है उस पर सवाल खड़े होते हैं. आज लोगों में डर खत्म हो गया है. उन्हें लगता है कि वो महिलाओं के साथ कितना भी बुरा से बुरा कर लें, कानून व्यवस्था और दिल्ली पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी. लोगों में जब तक पुलिस का डर नहीं होगा तब तक कुछ नहीं बदलेगा. हमने इन घटनाओं से कोई सबक नहीं सीखा है. राजधानी दिल्ली से डीसीडब्ल्यू में रोज रेप के छह केस दर्ज होते हैं.