यूपी स्टेट फार्मेसी काउंसिल दलाली का अड्डा बन चुकी है। बीफार्मा, फार्मासिस्ट, फार्मा डी या अन्य किसी विधा के पंजीकरण के दलाल 13 हजार रुपये तक वसूल रहे हैं, जबकि इसकी फीस 1550 रुपये है।
यूपी स्टेट फार्मेसी काउंसिल दलाली का अड्डा बन चुकी है। बीफार्मा, फार्मासिस्ट, फार्मा डी या अन्य किसी विधा के पंजीकरण के दलाल 13 हजार रुपये तक वसूल रहे हैं, जबकि इसकी फीस 1550 रुपये है।